जमशेदपुर : झारखंड प्रदेश वीरांगना की पूर्व उपाध्यक्ष स्व राजमणि सिंह की स्मृति में स्थापित “राजमणि देवी मेमोरियल ट्रस्ट” की ओर से कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में गणतंत्र दिवस के मौके पर लगभग सौ से अधिक जरूरतमंदों के बीच कंबल का वितरण किया गया। इस मौके पर ट्रस्ट के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह, डॉ एम एस सिंह मानस, भारती सिंह, परशुराम सिंह बागी आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे। कंबल वितरण आयोजन में स्वर्गीय राजमणि देवी के परिवार के सदस्यों में उनके पति कौशल किशोर सिंह, पुत्र मनमोहन सिंह राजपूत, सोहन सिंह, पुत्रवधू सौम्या सिंह, पुत्री गुड़िया सिंह भारद्वाज, दामाद राकेश सिंह आदि मौजूद थे, साथ में ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।
आपको बता दें कि राजमणि देवी सरायकेला- खरसावां जिला भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष और लगातार तीन टर्म आदित्यपुर नगर निगम की पार्षद और झारखंड प्रदेश वीरांगना की उपाध्यक्ष थी।
पिछले साल 23 अक्टूबर को कैंसर की बीमारी के कारण उनकी असामयिक निधन हो गई थी। गौरतलब है, कि राजमणि देवी केवल राजनीतिक ही नहीं बल्कि कई सामाजिक संगठनों से भी जुड़ी रहीं थी और मौत निश्चित जानकर भी अपने वार्ड औऱ अपने समर्थकों का हाल- चाल अपने परिवारवालों से लेती रहीं थी। स्वर्गीय राजमणि देवी एक जुझारू और संघर्षशील महिला नेत्री के रूप में जानी जाती थी। उनके समर्थकों में हर आयु वर्ग और जाति के लोग थेन। मौत के बाद न केवल आदित्यपुर बल्कि जमशेदपुर के भी लोगों को गहरा सदमा लगा था। वहीं राजमणि देवी के निधन के बाद इसी महीने उनके समर्थकों ने स्वर्गीय राजमणि देवी मेमोरियल ट्रस्ट का गठन कर उनके अधूरे कार्यों को आगे ले जाने का निर्णय लिया। इसी के तहत गणतंत्र दिवस के मौके पर एमजीएम अस्पताल के मरीजों के बीच कंबल वितरण किया गया। साथ ही आनेवाले दिनों में संस्था की ओर से कई सामाजिक कार्यों की रूपरेखा तैयार कर जरूरतमंदों की सेवा करने का निर्णय लिया गया। आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ एम एस सिंह मानस,भारती सिंह परशुराम सिंह बागी, संतोष लाल, अर्विंद सिंह, अतीफ खान, ज्योति कुमार सिंह, सीमा सिंह के अलावा स्वर्गीय राजमणि देवी के परिवार के सदस्यों में उनके पति कुमार किशोर सिंह, पुत्र मनमोहन सिंह राजपूत, सोहन सिंह, पुत्रवधू सौम्या सिंह, पुत्री गुड़िया सिंह भारद्वाज, दामाद राकेश सिंह आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के बाद जल्द ही अन्य सामाजिक कार्यों के लिए एक बैठक करने का निर्णय लिया गया। वहीं संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने ट्रस्ट को हर संभव सहयोग करने का भरोसा दिलाया और कहा स्वर्गीय राजमणि देवी के निधन के बाद समाज को जो अपूरनीय क्षति हुई है, उसकी भरपाई निकट भविष्य में होना संभव नहीं, लेकिन संस्था जिस सोच के साथ आगे आ रही है, उससे उनके अधूरे सपनों को साकार करने में जरूर मदद मिलेगी। उन्होने उनके परिवार के लोगों को सांत्वना दी।