राँची : लोहरदगा हिंसा में घायल 12 वर्षीय सुजीत उरांव को देखने सामाजिक कार्यकर्ता सह अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार प्रशासन की लीगल हेड रुना शुक्ला रिम्स के न्यूरो वार्ड पहुंची और डाक्टर से बच्चे की सेहत की जानकारी ली । बच्चे की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। बच्चे के माता पिता की जानकारी ली जा रही है । बताया गया कि बच्चा किसी मोटर गैरेज में काम करता था भीड़ का हिस्सा भी नहीं था फिर भी गैरेज के ही किसी व्यक्ति द्वारा सिर के पिछले हिस्से पर प्रहार किया गया जिसकी वजह से बच्चा बुरी तरह घायल हो गया । थोड़ी थोड़ी देर के लिए बच्चे को होश आता है तो वह किसी “गुलाब भाई” का नाम लेता है और बेहोश हो जाता है।
अब सवाल ये उठता है कि कल जब परमिशन लेकर अगर जुलूस निकाला गया फिर प्रशासन से इतनी बड़ी अनदेखी कैसे हुई ? रुना शुक्ला ने माँग की है कि दोषी जो कोई भी हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ।