पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यवासियों को आश्वस्त किया है कि कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार वायरस को लेकर पूरी तरह सतर्क है। बुधवार को विधानमंडल की कार्यवाही के बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने लोगों से कोरोना वायरस को लेकर सरकार द्वारा जारी किये एडवाइजरी का पालन करने का अनुरोध किया है।
नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग को सभी जरूरी उपाय करने के निर्देश दिये हैं। स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रखा गया है। इधर, इरान के निकट समुद्र में फसे सीवान जिले के 10 लोगों ने राज्य सरकार से मदद की गुहार लगायी है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि सभी अस्पतालों में समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। नेपाल से लगी सीमावर्ती जिलों पर खास निगरानी रखने का निर्देश दिया है । नेपाल से सटी सीमा पर इंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने पटना एवं गया हवाई अड्डे पर लोगों को जागरूक करने संबंधी समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने सभी लोगों से अपील की कि भीड़ वाले जगहों में वे सतर्कता बरतें और स्वच्छता का खास ख्याल रखें। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव से जिलाधिकारियों को कोरोना वायरस के संदर्भ में सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा की बैठक करने को तत्काल निर्देश दिया।
क्या है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण है ।
क्या हैं इस बीमारी के लक्षण?
इसके संक्रमण के फलस्वरूप तेज बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। व्यक्ति के खुली जगह पर में छींकने व खांसने से, संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने, गले लगने से, संक्रमित जगह से संपर्क में आने के बाद बिना हाथ धोए अपनी आंख, मुंह व नाक को छुने से। इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है।
क्या हैं इससे बचाव के उपाय?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं। इनके मुताबिक नियमित रूप से, हाथों को साबुन से धोना चाहिए। बिना हाथ धोए अपनी आंख, मुँह व नाक को ना छुए। अल्कोहल आधारित हैंड रब (सैनिटाइजर) का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें। जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें। अंडे और मांस के सेवन से बचें। जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें।