करीब छह महीने बाद एक बार फिर से झारखंड की कमान हेमंत सोरेन संभालेंगे। आज शाम ही हेमंत सोरेन सीएम पद की शपथ लेंगे। वो अकेले ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। गुरुवार सुबह राज्यपाल राधाकृष्णन ने सरकार बनाने के लिए इंडी गठबंधन के नेताओं को बुलाया था।
हेमंत सोरेन आज शाम 5 बजे तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
झारखण्ड के सियासी गलियारे से बड़ी खबर आ रही है कि हेमंत सोरेन आज शाम 5 बजे राजभवन में 13वें मुख्यमंत्री के रुप में शपथ लेंगे। हेमंत सोरेन को तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी।
आपको बता दें कि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के बुलावे पर हेमंत सोरेन के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल गुरुवार को दोपहर 12.30 बजे राजभवन पहुंचा, जिसके बाद राज्यपाल ने हेमंत सोरेन के सरकार बनाने के दावे को स्वीकार करते हुए उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया।
5 महीने बाद जेल से बाहर निकले हेमंत सोरेन
हेमंत सोरेन को लगभग पांच महीने बाद 28 जून को जेल से रिहा कर दिया गया था। हाईकोर्ट ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें जमानत दे दी थी। 31 जनवरी को गिरफ्तारी से पहले उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था।
कैबिनेट बदलेंगे या वर्तमान कैबिनेट ही रहेगी
हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बनने जा रही नई सरकार में किन-किन विधायकों को मंत्री की कुर्सी मिल सकती है, इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। चंपाई सरकार में JMM कोटे से बसंत सोरेन, मिथलेश ठाकुर, बेबी देवी, हफीजुल हसन और दीपक बिरुआ मंत्री बने हैं। उनकी कैबिनेट में जोबा मांझी को बाहर कर दीपक बिरुआ और हेमंत सोरेन के अनुज बसंत सोरेन मंत्री बनाए गए थे। कांग्रेस कोटे से डॉक्टर रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख जबकि राजद के इकलौते विधायक सत्यानंद भोक्ता भी मंत्री बनाए गए हैं। कांग्रेस कोटे के आलमगीर आलम की कैश कांड में गिरफ्तारी और इस्तीफा देने के बाद वर्तमान कैबिनेट में कुल 9 मंत्री हैं। अब सवाल यह उठता है कि सीएम पद की शपथ लेने के बाद हेमंत सोरेन की कैबिनेट में पुराने चेहरे ही नजर आएंगे या नए विधायक को भी जगह मिलेगी। जानकारी के मुताबिक JMM कोटे से नए चेहरे को शामिल करने की कोई संभावना नहीं है। इसका मतलब है कि हेमंत सोरेन के नए कैबिनेट में बसंत सोरेन, मिथिलेश ठाकुर, बेबी देवी, हफीजुल हसन और दीपक बिरुआ फिर मंत्री बन सकते हैं। कांग्रेस कोटे से अभी रामेश्वर उराँव, बादल पत्रलेख और बन्ना गुप्ता मंत्री हैं। आलमगीर आलम मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं। ऐसे में उनकी जगह कौन लेगा और कांग्रेस कोटे से चेहरे बदले जाएंगे कि नहीं इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। JMM और RJD कोटे से बदलाव की संभावना कम ही लग रही है।
हेमंत सोरेन पर लगा ये बड़ा आरोप
हेमंत सोरेन पर 31 करोड़ रुपये से अधिक की 8.86 एकड़ जमीन अवैध रूप से हासिल करने का आरोप है। हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद 31 जनवरी को कथित भूमि घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था।
जनता के बीच हेमंत सोरेन की लोकप्रियता और उनके पिछले कार्यकाल की उपलब्धियों को देखते हुए उनके पुन: सत्ता में वापसी के आसार साफ नजर आ रहे हैं। ऐसा लगता है कि विधानसभा चुनावों में जाने से पहले हेमंत सोरेन पार्टी के साथ-साथ सरकार की कमान भी अपने हाथों में ले लेना चाहते हैं।