Sunday, June 30, 2024
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13वें साल में IIT(JEE) क्रैक करनेवाले पहले भारतीय : बिहार के लाल ने रचा इतिहास

बिहार के भोजपुर जिले के सत्यम कुमार ने महज 13 साल की उम्र में IITJEE और 24 साल में PhD कर एक कीर्तिमान स्थापित कर दिया है.

IIT Success Story: दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में एक नाम आईआईटी जेईई (IITJEE) का भी है. आईआईटी जेईई वर्ल्ड टफेस्ट एग्जाम में दूसरे पायदान पर है, इसके बावजूद हर साल लाखों बच्चे इंजीनियरिंग बनने की चाह में इस परीक्षा में भाग लेते हैं. लेकिन कुछ हजार प्रतिभाशाली छात्र ही IIT-JEE प्रवेश परीक्षा में पास हो पाते हैं. कई छात्रों को इंजीनियरिंग की इस प्रतिष्ठित परीक्षा में पास होने के लिए दो-दो तीन-तीन अटेम्पेड लग जाते हैं. वहीं कुछ अपने पहले ही अटेम्पेड में जेईई मेंस (JEE Main) की परीक्षा पास कर जाते हैं, उन्हीं कुछ में एक नाम बिहार के सत्यम कुमार (Satyam Kumar) का भी है. डीएनए की रिपोर्ट के अनुसार सत्यम कुमार की प्रतिभा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने महज 13 साल की उम्र में आईआईटी जेईई की परीक्षा पास करके इतिहास रच दिया.

किसान के बेटे का कमाल

बिहार के भोजपुर जिले के सत्यम कुमार आईआईटी जेईई पास करने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय हैं. किसान के बेटे सत्यम कुमार ने साल 2013 में जेईई मेंस यानी ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन पास की थी. उन्हें आईआईटी जेईई प्रवेश परीक्षा में 670वीं रैंक हासिल की थी. 

पहली बार 12 की उम्र में दी थी परीक्षा

सत्यम ने पहली बार साल 2011 में 12 साल की उम्र में जेईई की परीक्षा दी थी और एआईआर (AIR) 8137 हासिल की थी, लेकिन वह अपनी रैंक से खुश नहीं था, इसलिए उन्होंने साल 2012 में फिर से आईआईटी जेईई की परीक्षा दी और एआईआर 679 के साथ परीक्षा पास कर ली. इकनोमिक टाइम्स को दिए गए इंटरव्यू में सत्यम ने कहा था कि मैं अपनी कम रैंक से संतुष्ट नहीं था और इसलिए इस साल फिर से परीक्षा दी. मुझे इस साल फिर से सफल होने का पूरा भरोसा था. 

24 साल की उम्र में PhD

सत्यम ने आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक-एमटेक की ड्यूल डिग्री हासिल की. इसके बाद पीएचडी करने के लिए अमेरिका चले गए. महज 24 साल की उम्र में उन्होंने अपनी पीएचडी पूरी की है.उन्होंने ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस में विशेषज्ञता प्राप्त है और ग्रेजुएट रिसर्च असिस्टेंट के रूप में काम किया. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक सत्यम कुमार के लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक उन्होंने अपनी करियर की शुरुआत इंटरडिजिटल इंक में रिसर्च इंटर्नशिप से की. उन्होंने पिछले साल Apple में मशीन लर्निंग इंटर्न के रूप में काम किया. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि वे भी फेसबुक जैसी कोई चीज विकसित करना चाहते हैं.

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