रांची/धनबाद। सातवें अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग, धनबाद की ओर से ऑनलाइन ज़ूम द्वारा प्रातः 8 बजे कार्मेल स्कूल के कक्षा 6 से 12 तक के 500 प्रतिभागियों ने आईडीवाई में भाग लिया। वहीं, सायं काल 4 बजे से बीआईटी सिंदरी में करीब 100 विद्यार्थियों को डायरेक्टर डीके सिंह और प्रोफेसर आरके वर्मा की देख रेख में आर्ट ऑफ लिविंग की प्रशिक्षिकाएं सोनाली सिंह और अनुप्रिया गुप्ता (प्रमाणित योग प्रशिक्षकों और संकाय आर्ट ऑफ लिविंग) के मार्गदर्शन / पर्यवेक्षण में योगाभ्यास कराया गया।
धनबाद के आर्ट ऑफ लिविंग के सदस्यों के लिए प्रातः 6 बजे और सायं काल 6:30 बजे भी योग का एक एक सेशन रखा गया।
इस मौके पर योग प्रशिक्षकों ने योग, प्राणायाम, ध्यान के लाभ पर प्रकाश डाला। उन्हें भ्रहाम्री, कपाल भाती, भस्त्रिका प्राणायाम, योगासन के साथ साथ योग निद्रा कराया गया।
प्रशिक्षकों ने कहा कि मूल रूप से योग सिर्फ शारीरिक शक्ति ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी चुस्त-दुरुस्त करता है. योग हमें स्ट्रेस से स्ट्रेंथ और नेगेटिविटी से क्रिएटिविटी का रास्ता दिखाता है। योग अवसाद से उमंग और प्रमाद से प्रसाद तक ले जाता है। उक्त जानकारी
आर्ट ऑफ लिविंग, ब्यूरो ऑफ कम्युनिकेशन डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर मयंक सिंह ने दी।
आर्ट ऑफ लिविंग के सौजन्य से ऑनलाइन योगाभ्यास कराया गया
Sourceविनीत कुमार