रांची/इंदौर : भारत के संविधान निर्माता डॉ.भीमराव आंबेडकर (बाबा साहेब) की जयंती प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल को मनाई जाती है। इस वर्ष उनकी जयंती के अवसर पर उन्हें विशेष रूप से नमन करने के लिये मनोरंजन टीवी चैनल &tv ने एक पहल की है, “एक देश एक आवाज”। इसके तहत चैनल देशवासियों से एक साथ मिलकर ‘आंबेडकर जयंती’ मनाने की गुजारिश करता है। चैनल ने 14 अप्रैल को रात 8 बजे &tv पर भीम वंदना करने और बाबासाहेब को खास श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों से साथ आने की अपील की है। टेलीविजन कलाकारों ने इस महान शख्सियत के बारे में अपने-अपने उद्गार व्यक्त किए हैं। प्रख्यात टीवी कलाकार प्रसाद जवाद्रे कहते हैं, ‘‘डाॅ. बीआर आंबेडकर ने एक राष्ट्र, एक संविधान की छत के नीचे एकीकृत भारत की नींव डाली। उन्हें खास श्रद्धांजलि देने के लिये देशवासी साथ आयें, रात 8 बजे &tv पर।
नेहा जोशी का कहना है,‘‘बाबासाहेब एक दूरदर्शी लीडर थे। उन्होंने न केवल लोगों को एकजुट किया, बल्कि अत्याचार के खिलाफ मिलकर कदम उठाने के लिये प्रेरित किया। ‘आम्बेडकर जयंती’ के अवसर पर आइये हम सब एक साथ मिलकर बाबासाहेब को नमन करें।
जगन्नाथ निवानगुने कहते हैें, ‘‘डाॅ. आंबेडकर सही मायने में एक अद्भुत लीडर थे। उनके कार्यों ने कई भारतीयों के जीवन को प्रभावित किया है। ‘आम्बेडकर जयंती’ के मौके पर मैं सबसे विनती करना चाहूंगा कि बाबासाहेब को विशेष रूप से श्रद्धांजलि देने के लिये हमारे साथ शामिल हों।
स्नेहा वाघ कहती हैं, ‘‘बाबासाहेब कई लोगों के लिये प्रेरणास्रोत हैं। देशवासियों को एकजुट करने की उनकी क्षमता ने भारतीय धरती के लिये लोकतंत्र को पुनःपरिभाषित किया। आइये, सब साथ मिलकर आम्बेडकर जयंती पर 14 अप्रैल को डाॅ. बी.आर.आम्बेडकर को श्रद्धांजलि दें।
रोहिताश्व गौड़ का कहना है, ‘‘डाॅ. बी.आर आम्बेडकर एक दूरदर्शी लीडर थे। उनका एकमात्र सपना था विभिन्न सामाजिक तथा आर्थिक सुधारों के माध्यम से देश को एकजुट करना। आंबेडकर जयंती के मौके पर सभी नागरिकों से गुजारिश करना चाहूंगा कि 14 अप्रैल को रात 8 बजे, &tv पर इस बेहतरीन लीडर और सामाजिक सुधारक डाॅ. बीआर आंबेडकर को खास तौर पर श्रद्धांजलि अर्पित करें।
आसिफ शेख का कहते हैं कि मैं बचपन से ही डाॅ. बीआर आंबेडकर की कहानियां पढ़ता आया हूं। समानता को लेकर उनके संघर्ष ने मुझ पर बहुत ही गहरा प्रभाव डाला है। डाॅ. आम्बेडकर आधुनिक भारत में समानता और भाईचारे के सबसे बड़े हितैषियों में से एक रहे हैं। बाबासाहेब की जयंती के अवसर पर, मैं अपने सभी फैन्स तथा दर्शकों से गुजारिश करना चाहूंगा कि हमारे साथ बाबासाहेब को खास श्रद्धांजलि देने के लिये शामिल हों।
ग्रेसी सिंह कहती हैं, ‘‘बाबासाहेब भारतीय इतिहास में सबसे दमदार आवाजों में से एक थे। चाहे समानता पर विश्वास की बात हो, महिला सशक्तिकरण की या फिर शिक्षा सुधार में उनकी भागीदारी की, उन्होंने हर भारतीय के जीवन को प्रभावित किया है।
योगेश त्रिपाठी कहते हैं, डाॅ. आंबेडकर ने उस समाज की परिकल्पना की जो कि आजादी, समानता और भाईचारे पर आधारित है।आइये हम सब एक साथ मिलकर ‘आम्बेडकर जयंती’ के मौके पर इस महान लीडर को रात 8 बजे नमन करें।