रांची। झारखंड राज्य उपभोक्ता संरक्षण परिषद के सदस्य राकेश कुमार सिंह ने सूबे के निजी स्कूलों के संचालकों/प्रबंधकों से कोरोना संक्रमण काल के दौरान मृत अभिभावकों के बच्चों को दसवीं कक्षा तक मुफ्त शिक्षा उपलब्ध कराने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना का शिकार होकर कई अभिभावक काल के गाल में समा गए हैं। उन अभिभावकों के परिजनों के समक्ष गंभीर आर्थिक संकट उत्पन्न हो गई है। कई बच्चों के माता और पिता दोनों को कोरोना ने निगल लिया। कुछ बच्चे तो अनाथ हो गए हैं। ऐसी परिस्थितियों में उन बच्चों के समक्ष आगे की पढ़ाई जारी रखना और स्कूलों का शिक्षण शुल्क वगैरह जमा करना एक गंभीर समस्या बन गई है।
उन्होंने निजी स्कूल प्रबंधन से ऐसे बच्चों को चिन्हित कर मानवीय संवेदनाओं के आधार पर उन्हें 10वीं कक्षा तक मुफ्त शिक्षा मुहैया कराने की दिशा में यथोचित कदम उठाने का आग्रह किया है।
श्री सिंह ने कहा कि कोरोना से मृत अभिभावकों की संख्या इतनी अधिक भी नहीं है कि उनके बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने से स्कूल प्रबंधन की आर्थिक सेहत पर असर पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में वह शीघ्र ही राज्य के निजी स्कूल प्रबंधकों को अनुरोध पत्र भेजकर इस दिशा में समुचित कार्रवाई करने का अनुरोध करेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और शिक्षा मंत्री को भी पत्र प्रेषित कर इस दिशा में कदम उठाने की मांग करेंगे।
कोरोना से मृत अभिभावकों के बच्चों को 10वीं तक मुफ्त शिक्षा दे निजी विद्यालय : राकेश सिंह
Sourceनवल किशोर सिंह