रांची। जेटेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया सरकार को जल्द आरंभ कर देना चाहिए। उक्त बातें भारतीय जनता मोर्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी ने कही। जेटेट अभ्यर्थी उनसे मिलने व अपनी समस्याओं से अवगत कराने आये थे। जेटेट उत्तीर्ण शिक्षक बहाली मोर्चा के राज्यस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें बताया कि वर्ष 2013 एवं 2016 में जेटेट की परीक्षा झारखंड अधिविद्य परिषद (जैक) ने आयोजित की थी। जिसका परिणाम 2017 में ही आ चुका है। उक्त परीक्षा में लगभग 50 हजार अभ्यर्थी सफल हुए है। शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में विलम्ब होने के कारण कई अभ्यर्थियों को आयु सीमा समाप्त हो जाने का डर भी सता रहा है। श्री तिवारी ने कहा कि राज्य के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में लगभग 22 हजार शिक्षकों के पद रिक्त है। राज्य के विद्यालयों में गुणवत्तायुक्त पढ़ाई नहीं होने के कारण अभिभावकगण मजबूरी में निजी स्कूलों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे उनपर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। शिक्षकों की कमी, प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने व पारा टीचरों के भरोसे सरकारी विद्यालयों के बच्चों की पढ़ाई की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। ये प्रशिक्षित युवा अभ्यर्थीगण अपनी जायज मांगों को लेकर दर-दर भटक रहे हैं और सरकार युवा बेरोजगार की फौज में बढ़ोतरी करने को आतुर है।
श्री तिवारी ने बताया कि रघुवर सरकार के समय स्कूल मर्ज करने के नाम पर अनेक स्कूल बंद करा दिये गये, लेकिन शिक्षक नियुक्ति को लेकर कभी गंभीर प्रयास नहीं किया गया। हेमंत सोरेन ने भी नेता प्रतिपक्ष की हैसियत से अगस्त 2019 में इनकी मांगों को जायज बताया था और कहा था कि यदि हमारी सरकार बनेगी तो इस पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जायेगा। मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री दोनों झामुमो के हैं पर लगता है कि वे अपना वादा भूल गये हैं।
श्री तिवारी ने राज्य सरकार से मांग कि है कि प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया आरंभ कर उन्हें शिक्षक के रूप में शीघ्र नियुक्ति किया जाय। ताकि ग्रामीण एवं वंचित गरीब परिवारों के बच्चों को भी सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। श्री तिवारी से मिलने वालों में जितेन्द्र कुमार, सुशील कुमार, लक्ष्मीप्रिया, मिर्जा कच्छप एवं अन्य जेटेट के अभ्यर्थी शामिल थे।
जेटेट अभ्यर्थियों की जायज मांगों को पूरा करे सरकार : भारतीय जनता मोर्चा
Sourceनवल किशोर सिंह