रांची : झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के पांचवें दिन गुरुवार को भी सदन बाधित रहा। भाजपा विधायकों ने सदन के बाहर और सदन के भीतर नेता प्रतिपक्ष को मान्यता देने एवं कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के विवादास्पद बयान पर उनकी सदस्यता रद्द करने की मांग को लेकर जबरदस्त प्रदर्शन किया। विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो के सदन में आसन ग्रहण करते ही भाजपा विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। नेता प्रतिपक्ष के रूप में बाबूलाल मरांडी को मान्यता देने और कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के विवादास्पद बयान पर कार्रवाई करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष से भाजपा विधायक मांग करने लगे। स्पीकर रविंद्र नाथ महतो ने भाजपा विधायकों द्वारा लगातार सदन में गतिरोध जारी रखने से क्षुब्ध होकर कहा कि सदन को मजाक बनाना सही नहीं है। वह लगातार भाजपा विधायकों से अपने आसन पर बैठने का आग्रह करते रहे, लेकिन उनके अनुरोध का भाजपा विधायकों पर कोई असर नहीं हुआ। इस बीच बीजेपी विधायक भानू प्रताप शाही और बंधु तिर्की के बीच नोंक- झोंक शुरू हो गई।बीजेपी के विधायक कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी की सदस्यता रद्द करने की मांग को लेकर अड़े रहे।
बीजेपी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि इरफान अंसारी की सदस्यता रद्द की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह झारखंड की सवा तीन करोड़ जनता का अपमान है। इससे पहले बीजेपी विधायकों ने सदन के बाहर भी विरोध-प्रर्दशन किया। लोकतंत्र की हत्या बंद करो, नेता प्रतिपक्ष में क्यों देरी? नहीं चलेगी, हेराफेरी, के नारे भी लगाए।
गुरुवार को जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, वैसे ही बीजेपी विधायक इरफान के बयान को लेकर हंगामा करने लगे। इस पर स्पीकर ने कहा कि सदन का समय अनावश्यक बातों पर व्यर्थ हो जाता है, सदन की गरिमा बनाए रखें। कौन,क्या बोला, इसको लेकर बेवजह चर्चा करना ठीक नहीं। सदन में हो-हंगामा होता रहा। स्पीकर के आग्रह का भी कोई असर नहीं होता देख अंततः स्पीकर ने 11:30 बजे सदन की कार्यवाही अपराह्न 2:00 बजे के लिए स्थगित कर दी।