पटना। पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा कि बिहार में व्यापक जनसमर्थन से महागठबंधन की सरकार बनेगी। श्री सहाय बुधवार को संपन्न हुए प्रथम चरण के मतदान के रुझान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने देशपत्र से बातचीत के दौरान कहा कि बिहार की जनता महागठबंधन के साथ है। मतदाताओं ने भाजपा-जदयू गठबंधन को इस बार हाशिए पर धकेल दिया है। बिहार में तेजी से बदलाव की बयार बहर रही है। कांग्रेस, राजद और वाम दलों के गठबंधन को समर्थन देकर सत्ता सौंपने की तैयारी जनता ने कर ली है। उन्होंने कहा कि भाजपा और जदयू गठबंधन सरकार की कार्यशैली से बिहार की जनता त्रस्त है। भाजपा की जनविरोधी नीतियों से पूरे देश की जनता परेशान है। वहीं, अवसरवादी राजनीति में माहिर जनसमस्याओं से बेखबर नीतीश कुमार सत्ता के अहंकार में डूबे हुए हैं। श्री सहाय ने कहा कि भाजपा की गलत नीतियों से देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। वहीं, नीतीश कुमार ने आमजन सहित दलितों, पिछड़ों और किसान-मजदूरों को बदहाली के कगार पर लाकर छोड़ दिया है। विगत 15 वर्षों के नीतीश कुमार के शासनकाल में राज्य में बेरोजगारी, पलायन, महंगाई बढ़ी है। इस दौरान सूबे में कुव्यवस्था का आलम व्याप्त रहा है। सुशासन का दावा करने वाले नीतीश कुमार को जनता ने कुशासन बाबू की संज्ञा दी है।उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान नीतीश कुमार ने बिहार के मजदूरों की आंखों में आंसू और पैरों में छाले दे दिए हैं। उनके शासनकाल में चारों ओर दहशत का माहौल बना रहा है। बिहार में विकास के झूठे दावे करने वाले नीतीश कुमार की पोल खुल गई है। उन्होंने कहा कि विगत 15 सालों के नीतीश कुमार के कार्यकाल में बिहार का विकास नहीं, बल्कि विनाश हुआ। कुशासन से त्रस्त बिहार की जनता ने चुनाव में नीतीश कुमार को चारों खाने चित करने का निर्णय ले लिया है। प्रथम चरण के मतदान में महागठबंधन को व्यापक जनसमर्थन मिला है। इसके लिए उन्होंने मतदाताओं के प्रति आभार व्यक्त किया।
पटना। पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा कि बिहार में व्यापक जनसमर्थन से महागठबंधन की सरकार बनेगी। श्री सहाय बुधवार को संपन्न हुए प्रथम चरण के मतदान के रुझान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने देशपत्र से बातचीत के दौरान कहा कि बिहार की जनता महागठबंधन के साथ है। मतदाताओं ने भाजपा-जदयू गठबंधन को इस बार हाशिए पर धकेल दिया है। बिहार में तेजी से बदलाव की बयार बहर रही है। कांग्रेस, राजद और वाम दलों के गठबंधन को समर्थन देकर सत्ता सौंपने की तैयारी जनता ने कर ली है। उन्होंने कहा कि भाजपा और जदयू गठबंधन सरकार की कार्यशैली से बिहार की जनता त्रस्त है। भाजपा की जनविरोधी नीतियों से पूरे देश की जनता परेशान है। वहीं, अवसरवादी राजनीति में माहिर जनसमस्याओं से बेखबर नीतीश कुमार सत्ता के अहंकार में डूबे हुए हैं। श्री सहाय ने कहा कि भाजपा की गलत नीतियों से देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। वहीं, नीतीश कुमार ने आमजन सहित दलितों, पिछड़ों और किसान-मजदूरों को बदहाली के कगार पर लाकर छोड़ दिया है। विगत 15 वर्षों के नीतीश कुमार के शासनकाल में राज्य में बेरोजगारी, पलायन, महंगाई बढ़ी है। इस दौरान सूबे में कुव्यवस्था का आलम व्याप्त रहा है। सुशासन का दावा करने वाले नीतीश कुमार को जनता ने कुशासन बाबू की संज्ञा दी है।उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान नीतीश कुमार ने बिहार के मजदूरों की आंखों में आंसू और पैरों में छाले दे दिए हैं। उनके शासनकाल में चारों ओर दहशत का माहौल बना रहा है। बिहार में विकास के झूठे दावे करने वाले नीतीश कुमार की पोल खुल गई है। उन्होंने कहा कि विगत 15 सालों के नीतीश कुमार के कार्यकाल में बिहार का विकास नहीं, बल्कि विनाश हुआ। कुशासन से त्रस्त बिहार की जनता ने चुनाव में नीतीश कुमार को चारों खाने चित करने का निर्णय ले लिया है। प्रथम चरण के मतदान में महागठबंधन को व्यापक जनसमर्थन मिला है। इसके लिए उन्होंने मतदाताओं के प्रति आभार व्यक्त किया।