गया । भाजपा कार्यकर्ताओं ने युवाओं के प्रेरणाश्रोत स्वामी विवेकानंद जी की जयंती गुरुवार को मानपुर पटवा टोली बैजनाथ सहाय लेन में मनाई। सर्वप्रथम उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस अवसर पर दर्जनों भाजपा युवा कार्यकर्ताओं ने स्वामी जी के जीवनी एवं देश के प्रति समर्पित योगदान पर प्रकाश डालकर इनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व को स्मरण किये।मौके पर उपस्थित भाजपा प्रदेश के नेता प्रमोद कुमार आनंद उर्फ प्रमोद चौधरी ने अपने संबोधन में बताया कि स्वामी जी युवाओं के प्रेरणा स्रोत एवं पथ प्रदर्शक है। इनके विचार और कर्म युवाओं के लिए सदैव प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। स्वामी जी के विचारों की महत्ता इस आधुनिकता में भी समाप्त नहीं होगी। इनके विचार हमेशा युवाओं को ऊर्जा देते रहेंगे, यही कारण है कि स्वामी जी का विचारों का सम्मान देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी किया जाता है। साथ ही इस अवसर पर भाजपा बुनकर नेता दुखन पटवा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी सन् 1863 को हुआ। उनका बचपन का नाम नरेंद्र दत्त था। पटवा जी ने एक रोचक कहानी बताते हुए कहा कि 25 वर्ष की अवस्था में नरेंद्र दत्त ने गेरुआ वस्त्र पहन लिया। तत्पश्चात उन्होंने पैदल ही पूरे भारतवर्ष की यात्रा की। सन 1893 में शिकागो (अमेरिका) में विश्व धर्म परिषद हो रही थी। स्वामी जी उसमें भारत के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे। यूरोप-अमेरिका के लोग उस समय पराधीन भारतवासियों को बहुत हीन भावना से देखते थे। वहां लोगों ने बहुत प्रयत्न किया कि स्वामी जी को परिषद में बोलने का समय ही ना मिले। लेकिन एक अमेरिकन प्रोफ़ेसर के प्रयास से उन्हें थोड़ा बोलने का मौका मिला। उनके विचार सुनकर सभी विद्वान चकित रह गए। फिर तो अमेरिका में उनका बहुत स्वागत हुआ। वहां इनके भक्तों का एक बड़ा समुदाय हो गया। यही कारण है कि आज भारत की पहचान विश्व पटल पर है। इस मौके पर भाजपा नेता दिलीप कुमार तांती, छात्र नेता सुजीत कुमार, प्रेम नारायण महाजन, भोजपुरिया बाबा सहित दर्जनों लोगों ने स्वामी जी के कुशल कार्यो पर प्रकाश डाला।