रांची। शहर के जाने-माने समाजसेवी और शिक्षाविद तुषार कांति शीट ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 देश के नवनिर्माण में सहायक होगी। इस नीति में स्थानीय भाषाओं को विशेष रूप से महत्व दिया गया है। इससे झारखंड की सभी भाषाएं समृद्ध होगी। उन्होंने कहा कि झारखंड जैसे जनजातीय बहुल राज्य का भी इस शिक्षा नीति में विशेष ख्याल रखा जाना सराहनीय है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से देश तकनीकी रूप से भी सशक्त होगा। यह देश के नवनिर्माण की नई बुनियाद के रूप में एक सशक्त और पूर्ण रूप से एक समावेशी शिक्षा नीति है। श्री शीट ने कहा कि यह शिक्षा नीति देशवासियों की आकांक्षाओं, उम्मीदों और भावनाओं को अपने अंदर समेटे हुए स्वर्णिम भारत का सपना लिए एक विजनरी डॉक्यूमेंट की तरह है। यह सही मायने में आने वाले समय में एक ऐसा मानव संसाधन विकसित करेगी, जो राष्ट्र के नवनिर्माण में निर्णायक भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा कि हमारा देश पुनः एक ज्ञान शक्ति का उत्कृष्ट केंद्र बने, इस दिशा में शिक्षा नीति के स्वरूप को समकालीन बनाने की कोशिश की गई है। साक्षरता के साथ कौशल का समावेश करने का प्रावधान कक्षा छह से ही किया जाना काफी सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति मील का पत्थर साबित होगी। नए दौर में तकनीकी के बढ़ते उपयोग को व्यवस्थित करने की दिशा में भी नई शिक्षा नीति एक नए युग का सूत्रपात करेगी। इससे देश का हर छात्र शिक्षित मानव संसाधन के रूप में एक नई ताकत बनकर आत्मनिर्भर, सशक्त और शिक्षित भारत के नवनिर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम हो सकेगा।
राष्ट्र के नवनिर्माण और सशक्तिकरण में सहायक होगी नई शिक्षा नीति : तुषार कांति
Sourceनवल किशोर सिंह