रांची. पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा है कि, झारखण्ड के महान सपूत सिदो-कान्हू को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब अखबारों में उनके सन्दर्भ में खुशियों से भरी खबर होगी न कि वैसे समाचार जिसमें बताया जायेगा कि उनके परिवार के सदस्य अपने जीवन यापन के लिए क्या काम कर रहे हैं और कितना संघर्ष कर रहे हैं.
श्री सहाय ने झारखण्ड सरकार से शहीदों के परिवार को गोद लेने की अपील की ताकि वे अपनी संस्कृति को बचाते हुए आगे बढ़ सकें. उन्होंने कहा कि अमर क्रन्तिकारी सिदो-कान्हू को यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी और मौजूदा हेमंत सरकार से झारखण्ड के रत्नों के परिवार के हित में हम निश्चित तौर पर दीर्घावधि के लिए कुछ बढ़िया करने की उम्मीद कर सकते हैं.
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हर साल कार्यक्रम का आयोजन केवल कोरम पूरा करना है. वास्तव में सच्ची श्रद्धांजलि और सकारात्मक उद्देश्य तब पूरा होगा जब अखबारों की सुर्खियों में झारखण्ड के पहले स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों के सपनों के साकार होने की चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि न केवल सिदो-कान्हू बल्कि भगवान बिरसा मुंडा, शेख भिखारी सहित झारखण्ड के सभी स्वतंत्रता सेनानियों का परिवार अपने पैरों पर खड़ा हो. श्री सहाय ने कहा कि राज्य की सम्पूर्ण प्रगति सुनिश्चित करने के लिये मौजूदा झारखण्ड सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने की जरूरत है क्योंकि, पहले जब पूंजीवादी भाजपा बहुमत थी, तब विकास की उम्मीद आसमान में पत्थर फेंकने के समान ही था.
श्री सहाय ने वर्तमान हेमंत सरकार द्वारा हर क्षेत्र में विकास के दृष्टिकोण से किये जा रहे कार्यों में पूर्ण विश्वास व्यक्त किया और भरोसा जताया कि अगले वर्ष इस दिवस को जब हम मनायेंगे तो स्वतंत्रता सेनानी परिवारों का विकास ही समाचार पत्रों की सुर्खियाँ बनेगी.
शहीदों के परिवार को गोद ले झारखण्ड सरकार : सुबोधकांत सहाय
झारखण्ड के रत्नों का स्वप्न पूरा हो, बहुत भरोसा है हेमंत सोरेन से.
Sourceनवल किशोर सिंह