देशपत्र डेस्क
रांची। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय ने पेट्रोलियम पदार्थों और रसोई गैस की कीमतों में हो रही बेतहाशा वृद्धि पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि महंगाई पर काबू पाने में विफल केंद्र की मोदी सरकार को सत्ता में रहने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के कारण आम जनता परेशान है।
श्री सहाय ने बुधवार को एचईसी परिसर स्थित अपने आवासीय कार्यालय में रसोई गैस के सिलेंडर को बाहर निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। मौके पर उन्होंने कहा कि देश में बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई की मार से जनता त्रस्त है। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों में वृद्धि से दैनिक और घरेलू उपयोग की सामग्री के दाम आसमान छू रहे हैं। इसका प्रभाव आम जनजीवन पर पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश के बड़े कॉर्पोरेट घरानों और चंद चहेते पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए एक-एक कर देश के सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण कर रही है। केंद्र सरकार को आम जनता के हितों से कोई मतलब नहीं रह गया है। कमरतोड़ महंगाई के कारण आम लोगों का जीना मुहाल हो गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अविलंब महंगाई को नियंत्रित करने की दिशा में आवश्यक कदम उठाए, अन्यथा गद्दी छोड़ दे। सत्ता पर काबिज रहने का उसे कोई हक नहीं रह गया है।
श्री सहाय ने आम जनता से अपने-अपने घरों के बाहर गैस सिलेंडर निकाल कर केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों और बढ़ती महंगाई के विरोध में प्रदर्शन करने की अपील की।
इस अवसर पर सुनील सहाय,अंगद सिंह, दीपक प्रसाद, अशोक कुमार सिन्हा (प्रेसिडेंट),अरुण कुमार मिश्रा’पप्पू’, राजकिशोर प्रसाद बाबू, अनिल सिंह, डेविड, बजरंग, परमेश्वर, शंकर वर्मन, शिवाकांत पांडेय, आलम, रितेश, लखन सहित अन्य मौजूद थे।