बिरसा मुंडा एयरपोर्ट विस्थापित मोर्चा के बैनर तले एयरपोर्ट के टर्मिनल बिल्डिंग के समक्ष गुरुवार को एकदिवसीय धरना का आयोजन किया गया। धरना का नेतृत्व विस्थापित मोर्चा के अध्यक्ष अजीत उरांव ने किया।
इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय विस्थापितों के समर्थन में धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा एयरपोर्ट क्षेत्र के विस्थापितों की सभी मांगें जायज है। विस्थापितों को हटाने से पहले पुनर्वास और भूमि अधिग्रहण के एवज में पर्याप्त मुआवजा राशि का भुगतान किया जाना चाहिए। इस दिशा में केंद्र की मोदी सरकार हमेशा लापरवाही बरतती रही है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट क्षेत्र के आसपास के ग्रामीण वर्तमान मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ गोलबंद हो रहे हैं। इसका खामियाजा केंद्र सरकार को भुगतना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि कभी सेना द्वारा ग्रामीणों की जमीन जबरन अधिग्रहित कर ली जाती है, कभी एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से ग्रामीणों को विस्थापित होने के लिए विवश किया जाता है। ऐसे में ग्रामीण काफी आक्रोशित हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार यथाशीघ्र विस्थापितों की मांगें माने, अन्यथा व्यापक जनांदोलन किया जाएगा।
विस्थापन से पहले हो पुनर्वास की व्यवस्था: अजय नाथ शाहदेव
धरना में कांग्रेस नेता अजय नाथ शाहदेव ने कहा कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और भारतीय सेना द्वारा ग्रामीणों की अधिग्रहित की गई जमीन का उचित मुआवजा यथाशीघ्र केंद्र सरकार दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाए। विस्थापितों को उनकी भूमि से बेदखल करने के पूर्व ग्रामीणों के पुनर्वास की व्यवस्था की जाय, अन्यथा केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा कभी भी उग्र आंदोलन का रूप ले सकता है। धरना को एयरपोर्ट विस्थापित मोर्चा के अध्यक्ष अजीत उरांव व पूर्व पार्षद सुधीर गोप ने भी संबोधित किया। इस मौके पर काफी संख्या में एयरपोर्ट के आसपास के ग्रामीण महिला और पुरुष मौजूद थे।