रांची : कोरोनावायरस से बचाव के लिए अधिकतर लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं। एक छोटे से सुक्ष्म जीवाणु ने मनुष्य को घुटने टेकने पर विवश कर दिया है। इससे हमें सीख मिलती है कि प्रकृति के आगे मनुष्य का कुछ नहीं चल सकता है। जब प्रकृति का प्रकोप होता है, तो मनुष्य असहाय हो जाता है। उक्त अनुभव कोरोना के खिलाफ जारी जंग से लड़ने के लिए एक आॅक्टोजनेरियन अनुभवी आध्यात्मिक चिंतक और समाजसेवी रमेशचंद्र सरकार ने व्यक्त किए। हटिया के सिंह मोड़ स्थित विकास नगर, रोड नंबर 2 निवासी आरसी सरकार विभिन्न सामाजिक संगठनों से भी जुड़े हुए हैं। उन्होंने कोरोना की गंभीरता और अहमियत को देखते हुए कहा कि यही सही समय है, हमें यह आकलन करने का, कि हमलोगों ने अपने जीवन में किस चीज को उपेक्षित रखा है और इस संकट की घड़ी में हमें क्या उचित कदम उठाना है। इस आपदा से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है। यह उचित समय है हमें अंतर्मुखी होकर आत्मचिंतन करने का,अपने जीवन के पलों को देखने का और जीवन के उम्मीदों को जीवंत बनाए रखने का। आज जो परिस्थितियां उत्पन्न हो गई है, उसकी वजह से कई लोग, खासकर बुजुर्ग अपने जीवन को नीरस महसूस करने लगे हैं, लेकिन ऐसे लोगों को अपने जीवन के पलों को सुखमय बनाए रखने की आवश्यकता है। यही जीवन की वास्तविक सच्चाई है।
हमें ऐसे में योगा करने, धार्मिक पुस्तकें पढ़ने और ज्ञानार्जन करने के लिए समय का भरपूर सदुपयोग करना चाहिए। जीवन की भागदौड़ में जिन्हें समय नहीं मिल पाता था, स्वयं को स्वस्थ रखने के लिए, उनके लिए अभी लाॅकडाउन उपयुक्त समय है।
धार्मिक-आध्यात्मिक पुस्तकें पढ़ने, घर में बागवानी करने, योग और पूजा-अर्चना करने आदि में व्यस्त रहें,तो कोरोनावायरस को अपने आस पास आने से रोकने में सफल हो सकते हैं।
वर्तमान में विश्व स्तर पर फैली महामारी कोरोनावायरस के प्रकोप से बचने के लिए लोगों को जागरूक होना जरूरी है। लोगों के धैर्य, संयम और अनुशासन से ही कोरोना की उलटी गिनती शुरू हो गई है। फिलवक्त भले ही लाॅकडाउन का अनुपालन करते हुए आप बाहरी दुनिया से कट रहे हों, लेकिन आप अपनी आंतरिक यात्रा को शांति के साथ गति देकर लाभान्वित हो रहे हैं।धैर्य बनाए रखते हुए और कोरोना के वैश्विक संकट के समय जीवन की चुनौतियों का सामना करते हुए लाॅकडाउन का शत-प्रतिशत पालन करें। यदि आप घर में अकेले हैं, तो भी संयमित जीवन बिताते हुए स्वस्थ रह सकते हैं। खुद के अकेलेपन का आनंद लेना सीखें, जीवन को खुशहाल बनाएं रखें, संयमित रहें, तभी हम कोरोना के खिलाफ जंग जीतने में सफल हो सकते हैं।
कोरोना ने हमें बता दी एकांतवास की कीमत : रमेशचंद्र सरकार
(वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से बचाव के लिए एक आध्यात्मिक चिंतक की सलाह)
Sourceनवल किशोर सिंह