रांची। रांची विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर तीन दिवसीय योग कार्यक्रम (20 जून से 22 जून) के समापन कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया।
ऑनलाइन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रांची विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. कामिनी कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि तन और मन से स्वस्थ रहने के लिए युवाओं को योग अनिवार्य रूप से करना चाहिए।उन्होंने कहा कि योग करने से स्वास्थ्य के साथ अनुशासन, आत्मविश्वास एवं एकाग्रता की वृद्धि होती है, जो युवाओं के लिए उपयोगी है।उन्होंने कहा कि युवा हो या वृद्ध, सबकी सोच में युवा भाव रहने से ही स्फूर्ति आती है।उन्होंने कहा कि 45 मिनट नियमित योग एवं आसन करने से मन थकता नहीं और दिनभर ताजगी बनी रहती है।उन्होंने कहा कि भारत का अध्यात्म, योग को पूरी दुनिया अपना रहा है, हमें इसके महत्व को समझना होगा। उन्होंने एनएसएस के स्वयंसेवकों से स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की अपील की।
विशिष्ट अतिथि रांची विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ. राजकुमार शर्मा ने कहा कि शारीरिक और मानसिक संतुलन में योग का बहुमूल्य योगदान है।अपनी दिनचर्या में योग को शामिल करें।
एनएसएस के विश्वविद्यालय कार्यक्रम समन्वयक डॉ. ब्रजेश कुमार ने बताया कि 20 जून को इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के थीम ” योग के साथ रहें, घर में रहें ” विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया, 21 जून को भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा दिये गए योगा प्रोटोकॉल के अंतर्गत योगाभ्यास एवं ऑनलाइन पेंटिंग, डिजिटल पोस्टर, स्लोगन, कविता, निबंध, योग करते फ़ोटो एवं वीडियो आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया और 22 जून को ” युवाओं के लिए योग” विषय पर वेबिनार सह समापन कार्यक्रम का ऑनलाइन आयोजन किया गया। तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया।
सभी सफल विद्यार्थियों को कोविड – 19 माहमारी से परिस्थिति समान्य होने पर सम्मानित किया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन दिवाकर आनंद ने किया और धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम पदाधिकारी अनुभव चक्रवर्ती ने किया। ऑनलाइन कार्यक्रम को सफल बनाने में एनएसएस के स्वयंसेवक दिवाकर आनंद, प्रिंस, संदीप, आकाश, गगन, फलक, दीपा, नेहा, रूपा, प्रभात का उल्लेखनीय योगदान रहा।
तीन दिवसीय योगा कार्यक्रम का समापन, स्वस्थ रहने के लिए नियमित योग करना जरूरी : डॉ. कामिनी कुमार
Sourceनवल किशोर सिंह