रांची। डोरंडा महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा वन – महोत्सव के अंतर्गत शुक्रवार को महाविद्यालय परिसर में पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
डोरंडा महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ जेबा ने अपने संबोधन में कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए सभी को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों को अधिक दोहन करने से वैश्विक स्तर पर पर्यावरण खतरे में है। उन्होंने कहा कि समय रहते अगर हम सचेत नहीं हुए तो और भयानक दुष्प्रभाव दिखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन एवं ग्लोबल वार्मिंग से बचने के लिए अधिक से अधिक पौधा लगाकर उन्हें बचाते हुए हम इस संकट को काफी हद तक रोक सकते हैं।
रांची विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने कहा कि झारखंड की पहचान यहां के घने एवं सूंदर वनों से रही है परंतु आज विकास के अंधे दौड़ में हम जंगलों को अंधाधुंध कटाई कर रहे हैं जिससे असंतुलन बनता जा रहा है।
पौधरोपण कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्या डॉ जेबा ने की उसके प
पौधरोपण कार्यक्रम में डोरण्डा महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ संजीव चतुर्वेदी, डॉ रजनी टोप्पो, डॉ मुस्ताक अहमद, डॉ चंद्रिका ठाकुर, डॉ बरुण मंडल, डॉ एम रहमान, डॉ सीमा सिंह, बड़ा बाबू रिझु कच्छप ने पौधा लगाया और उसे बचाने का संकल्प भी लिया।
कार्यक्रम का आयोजन करने में डोरण्डा महाविद्यालय की एन एस एस के कार्यक्रम पदाधिकारी शालिनी एवं एन एस एस के स्वयंसेवक दिवाकर आनंद , अवधेश ठाकुर की सराहनीय भूमिका रही। मौके पर कुल 25 पौधे लगाए गए।
पर्यावरण को बचाने के लिए सभी को आगे आना होगा: डॉ.जेबा
Sourceनवल किशोर सिंह