Tuesday, May 21, 2024
HomeDESHPATRAपौधे लगाकर उसकी नियमित देखभाल करते हैं पर्यावरणविद् तुषार कांति

पौधे लगाकर उसकी नियमित देखभाल करते हैं पर्यावरणविद् तुषार कांति

पांच हजार से अधिक पौधारोपण कर बनाया कीर्तिमान


  • रांची। पेड़-पौधे हमें प्रचुर मात्रा में जीवनदायिनी ऑक्सीजन प्रदान करते हैं। इसलिए इनका संरक्षण और संवर्द्धन जरूरी है। पर्यावरण संरक्षण मानव जीवन के साथ-साथ वन्य प्राणियों के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। ऐसा मानना है राजधानी के निवारणपुर मोहल्ला स्थित आम्रपाली अपार्टमेंट निवासी लोकप्रिय समाजसेवी व पर्यावरणविद् तुषार कांति शीत का। श्री शीत पर्यावरण संरक्षण की दिशा में विगत तकरीबन तीन दशकों से कार्यरत हैं। अपनी पारिवारिक, व्यावसायिक व सामाजिक जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन करते हुए तुषार कांति पर्यावरण संरक्षण के लिए भी लोगों को जागरूक करने में जुटे हैं। वे शहर के विभिन्न स्थानों पर अब तक लगभग पांच हजार पौधे लगा चुके हैं। इनमें औषधीय, फलदार व छायादार पौधे शामिल हैं। यही नहीं, पौधे लगाने के बाद उसका समुचित देखरेख करने के लिए भी वे सदैव तत्पर रहते हैं। पौधारोपण, उसके संरक्षण और संवर्द्धन के लिए सतत प्रयासरत रहना उनकी दिनचर्या में शुमार है। श्री शीत बताते हैं कि शहर के निवारणपुर स्थित आदिम जाति सेवा मंडल परिसर, तपोवन मंदिर परिसर, डोरंडा स्थित रिसालदार बाबा मजार के प्रांगण में, पुनदाग स्थित श्री साईं सेवाधाम ट्रस्ट और साईं मंदिर के समीप मैदान, रामकृष्ण मिशन, तुपुदाना के आसपास, एचईसी आवासीय परिसर में श्रीरामकृष्ण सेवा संघ द्वारा संचालित विद्यालय विवेकानंद विद्या मंदिर, श्रीरामकृष्ण सेवा संघ द्वारा संचालित बीएसवी विद्यालय,निवारणपुर प्रांगण सहित अन्य स्थानों पर अब तक वह विभिन्न प्रकार के तकरीबन पांच हजार पौधे लगा चुके हैं। पौधारोपण के अभियान में उन्हें विभिन्न सामाजिक संस्थाओं का भी सहयोग मिलता रहा है। समय-समय पर भारतीय स्टेट बैंक के सौजन्य से भी पौधारोपण को बढ़ावा देने के लिए उन्हें सहयोग प्राप्त होता है। पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनके अद्भुत समर्पण को देखते हुए लोग उन्हें पौधा मित्र के नाम से पुकारते हैं। वह न सिर्फ पौधे लगाते हैं, बल्कि उसका समुचित देखभाल करने और उसके संवर्द्धन के लिए भी प्रयासरत रहते हैं।
    श्री शीत बताते हैं कि शहरी क्षेत्र में तेजी से बढ़ती आबादी के कारण शहर कंक्रीट में तब्दील होते जा रहे हैं। पेड़ -पौधे तेजी से काटे जा रहे हैं। वन भूमि भी कम होता जा रहा है। इसलिए मानव जीवन के अस्तित्व पर भी पर्यावरण का खतरा मंडराने लगा है। उनका मानना है कि पेड़-पौधे हमारे जीवन के अभिन्न अंग हैं। इनसे हमें शुद्ध वायु प्राप्त होती है। वृक्षों से हमें प्राकृतिक रूप से सेहतमंद रहने में भी मदद मिलती है। पेड़-पौधे हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं। इसलिए इसके महत्व को समझना जरूरी है।
    उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पर्यावरण की रक्षा एक गंभीर चुनौती बनी हुई है। इस चुनौती का सामना करते हुए हमें पेड़-पौधों की रक्षा के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है। पर्यावरण की रक्षा के लिए उन्होंने लोगों से जन्मदिन या किसी भी खास दिवस के अवसर पर पौधे लगाने की अपील की।
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments