सिन्दरी से रतन अग्रवाल की रिपोर्ट
कोरोना महामारी से बचाव को लेकर लॉकडाउन एक माह से ज्यादा हो गया ।पुरुष एवं बच्चे काफी परेशानी से जीवन यापन कर रहे हैं और लोगों की जान बचाने के लिए केंद्र राज्य तथा सरकार की परेशान है । आज तक महिलाएँ अपनी सूझबूझ से केंद्र -राज्य सरकार के निर्देशों का पालन करती आ रही है । महिलाओं ने सभी निर्देशों का पालन सही ढंग से किया । महिलाओं ने सबसे पहले अपने परिवार के प्रत्येक सदस्यों का पुरा ख्याल रखा है । एक माह से ज्यादा लॉकडाउन अवधि में महिलाओं ने अपने घर के अंदर रहकर भी करोना योद्धा के रूप में कार्य किया जो मध्यम वर्गीय परिवार के लिए बहुत कठिन है। महिलाओं का कहना है कि लॉकडाउन में हमारी बचत ही पारिवारिक निर्वहन में सहायक साबित हुई है ।
भाजपा नगर अध्यक्ष (महिला) अनिमा सिंह ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। पति प्राइवेट सर्विस करते थे ।वह भी लॉकडाउन में बंद है । लॉकडाउन में जरूरी सामान खरीद रहे है । फिजुल खर्च पर पाबंदी लगा दी है। जब आय ही नही है तो फिर फिजूल खर्च कहां से होगी ? कोरोना वायरस काल में आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है । भाजपा नगर महिला महामंत्री सावित्री पाण्डे ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन में सर्वप्रथम आत्मनिर्भर बनना होगा। हम सभी महिलाओं ने संकल्प लिया है कि लॉकडाउन में आर्थिक स्थिति दयनीय हुई फिर भी आत्मनिर्भर बनने की कोशिश करेंगे ।अपने परिवार के जीवन निर्वाह के लिए एक छोटी सी दुकान खोली हूँ ।