Tuesday, May 14, 2024
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राँची में टेलीग्राम ग्रुप में परोसा जा रहा है “चाइल्ड पोर्नोग्राफी कंटेंट”, CID जाँच शुरू

सोशल मीडिया ऐप टेलीग्राम के जरिए कई ग्रुप्स बनाकर चाइल्स पॉर्न कंटेंट परोसा रहे हैं। राजधानी राँची में कई लोगों के द्वारा ऐसे चाइल्स पॉर्न कंटेंट ख़रीदी भी जा रही है।

झारखंड की राजधानी राँची में सोशल मीडिया का नेगेटिव इस्तेमाल कर इन प्लेटफार्म के जरिये चाइल्ड पॉर्नोग्राफी परोसने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। कुछ अपराधी सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए पैसे लेकर चाइल्ड पॉर्नोग्राफी उपलब्ध करवा रहे हैं। मामला उजागर होने के बाद झारखंड CID जाँच में जुट गई है।

स्टिंग ऑपरेशन के ज़रिए हुआ खुलासा  

जानकारी के अनुसार कुछ अपराधी प्रवृति के लोग सोशल मीडिया ऐप टेलीग्राम के जरिए कई ग्रुप्स बनाकर चाइल्स पॉर्न कंटेंट परोसा रहे हैं। राजधानी राँची में कई लोगों के द्वारा ऐसे चाइल्स पॉर्न कंटेंट ख़रीदी भी जा रही है। राँची के एक बाल अधिकार कार्यकर्ता ने एक स्टिंग ऑपरेशन कर मामले का खुलासा किया है। खुलासा होने के बाद इस मामले की जानकारी CID के डीजी और साइबर क्राइम थाने को दी गई। लिखित शिकायत दर्ज किए जाने के बाद अब CID पूरे मामले की जांच कर रही है। इस मामले में दिल्ली के सूर्या नाम के व्यक्ति का नाम आ रहा है जो इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड हो सकता है।

स्कॉट सर्विस के नाम से ओपन ग्रुप 

रांची में कार्यरत एक बाल अधिकार कार्यकर्ता को अपने विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली थी कि टेलीग्राम ऐप पर स्कॉट सर्विस के नाम से ओपन ग्रुप संचालित है। जिसके द्वारा चाइल्ड पॉर्न वीडियो परोसा जा रहा है। ग्रुप का सदस्य कोई भी व्यक्ति बन सकता है। बाल अधिकार कार्यकर्ता के अनुसार 28 अगस्त की सुबह 10.41 बजे उन्हें टेलीग्राम के इसी स्कॉट सर्विस नाम के ओपन ग्रुप में एक मैसेज आया। मेसेज में लिखा था कि “चाइल्ड सेक्स पॉर्नोग्राफी वीडियोज चाहिए क्या?”। उसके जवाब में हां लिखने पर एक लिंक दिया गया। जिसमें डेमो वीडियो आया, इसके बाद 220 रुपये में 8000 से ज्यादा वीडियोज देने का ऑफर दिया गया । मामले की सच्चाई परखने के लिए बाल अधिकार कार्यकर्ता ने एक संस्था के द्वारा यूपीआई के जरिए ओपन ग्रुप वाले को पैसे का भुगतान कर दिया। जिसके बाद ओपन ग्रुप के द्वारा चाइल्ड पॉर्नोग्राफी के छह लिंक भेजे गए।

CID ने जाँच शुरू की  

इस अतिसंवेदनशील मामले की गंभीरता को देखते हुए बाल अधिकार कार्यकर्ता ने तुरंत CID डीजी से संपर्क किया और उन्हें एक लिखित शिकायत दी। कार्यकर्ता ने सभी छह लिंक और मोबाइल नंबर CID को सौंप दिए। CID अब पूरे मामले की जांच कर रही है। CID के अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि किसी सूर्या भाई नाम के व्यक्ति का मोबाइल नंबर 8287527671 और 8377892324 के जरिए टेलीग्राम एप चलाया जा रहा है। इस मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, राष्ट्रीय महिला आयोग को भी पत्राचार किया गया है।

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