नवल किशोर सिंह की रिपोर्ट अपनी सभ्यता और संस्कृति का संरक्षण व संवर्द्धन करना हर इंसान का नैतिक कर्तव्य होता है। इस दिशा में लोगों को अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों और व्यस्ततम दिनचर्या में से थोड़ा समय निकालकर प्रयासरत रहना चाहिए। ऐसा मानना है एचईसी परिसर के जाने-माने समाजसेवी एवं धार्मिक प्रवृत्ति से ओतप्रोत शख्सियत एचएन सिंह का। श्री सिंह विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों से जुड़े हैं। समाजसेवा और धर्म-अध्यात्म को ही उन्होंने अपना ओढ़ना-बिछौना बना लिया है। धर्म का ध्वज पताका फहराते रहना उनकी दिनचर्या में शुमार है। श्री सिंह गुरुवार को धुर्वा बस स्टैंड के समीप श्रीराम दरबार मंदिर परिसर में भोग वितरण समारोह के दौरान वरिष्ठ पत्रकार नवल किशोर सिंह से बातचीत कर रहे थे। मंदिर परिसर में सामूहिक भोग का आयोजन धर्मप्रेमी गोपाल श्रीवास्तव द्वारा किया गया था। श्री सिंह की पहचान धार्मिक -आध्यात्मिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले धर्मप्रेमी के रूप में स्थापित है। वे धुर्वा स्थित श्रीराम दरबार मंदिर परिषद, पंचमुखी हनुमान मंदिर सेवा समिति (सेक्टर टू) सहित अन्य कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों से जुड़े हैं। वे क्षत्रिय विकास परिषद, धुर्वा के सचिव हैं। एचईसी परिसर स्थित धुर्वा बस स्टैंड के समीप निर्मित राम दरबार मंदिर की साज-सज्जा एवं रख-रखाव के प्रति सदैव सक्रिय रहते हैं। स्थानीय निवासियों और धर्मप्रेमी श्रद्धालुओं के मुताबिक राम दरबार मंदिर सहित आसपास के अन्य धार्मिक स्थल/मंदिर की देखरेख के प्रति भी गंभीरता से वे जुटे रहते हैं। राम दरबार मंदिर के निर्माण से लेकर उसे भव्य प्रारूप देने में श्री सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका है। मंदिर परिसर की साज-सज्जा उनके सौजन्य से की जाती है। राम मंदिर परिसर में सीता वाटिका का निर्माण, प्रांगण में फलदार व छायादार पौधारोपण, बागवानी आदि श्री सिंह के सौजन्य से और उनकी देखरेख में किया गया है। वह पर्यावरणविद् भी हैं। पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने में भी उनकी अहम भूमिका होती है। श्रीराम मंदिर के गुंबद निर्माण कार्य का शुभारंभ श्री सिंह की परिकल्पना का ही प्रतिफल है। एचएन सिंह बताते हैं कि राम दरबार मंदिर समिति के अध्यक्ष सुनील सिंह, सचिव मृगेंद्र सिंह, कोषाध्यक्ष अनिल सिंह (महंत जी), उपाध्यक्ष अमरनाथ सिंह, धर्मप्रेमी और धार्मिक कार्यक्रमों के संरक्षक जाने-माने समाजसेवी सुदर्शन सिंह, रामप्रवेश सिंह, रमेश सिंह, अवधेश सिंह, मंदिर परिसर की रखरखाव करने वाले श्रद्धालु व पुरोहित अरविंद पांडे सहित अन्य धर्मप्रेमियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। श्रद्धालुओं की सामूहिक सहभागिता से राम मंदिर एचईसी आवासीय परिसर का धार्मिक-आध्यात्मिक केंद्र बन गया है। श्री सिंह क्षत्रिय समाज के कल्याण एवं उत्थान सहित अन्य सामाजिक कार्यों के लिए भी हमेशा उपलब्ध रहते हैं। मृदुभाषी व सरल हृदय श्री सिंह गरीबों और जरूरतमंदों की हर संभव सहायता के प्रति भी तत्पर रहते हैं। समाज के कमजोर वर्ग के लोगों के कल्याणार्थ उन्होंने कई ऐसे उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जो अनुकरणीय है। सादा जीवन-उच्च विचार के सिद्धांतों को अपने जीवन शैली में समाहित कर श्री सिंह धर्म ध्वज का पताका लिए अपनी सभ्यता और संस्कृति के संरक्षण और संवर्द्धन के प्रति समर्पित हैं। वे सामाजिक नवनिर्माण और बदलाव के लिए शिक्षा और संस्कार को महत्वपूर्ण मानते हैं। उनका मानना है कि धार्मिक-आध्यात्मिक गतिविधियों से समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इससे ईश्वरीय शक्तियां हमें ऊर्जावान करती हैं। जिस का सदुपयोग कर हम स्वस्थ्य और समृद्ध समाज के निर्माण में सफल हो सकते हैं।