रांची। कोरोना संक्रमण काल के दौरान लागू लॉकडाउन के कारण झारखंड में ऑक्सीजन गैस पर आधारित बंद पड़े उद्योगों की समस्याओं के निराकरण के लिए फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की ओर से राज्य के उद्योग निदेशक को पत्र लिखा गया है। पत्र में चेंबर अध्यक्ष प्रवीन जैन छाबड़ा ने कहा है कि ऑक्सीजन के अभाव में औद्योगिक गतिविधियों के संचालन में उद्यमियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। श्री छाबड़ा ने कहा है कि कोविड अस्पतालों में संक्रमितों की बढती संख्या को देखते हुए लिक्विड ऑक्सीजन का उपयोग सिर्फ मेडिकल/अस्पतालों के प्रयोजनार्थ किये जाने का आदेश निर्गत किया गया था। अब चूंकि ऑक्सीजन की कमी पहले जैसी नहीं रह गई है, ऐसे में राज्य में औद्योगिक गतिविधियों को गति देने के लिए उद्योगों को ऑक्सीजन की आपूर्ति/उपलब्धता सुनिश्चित कराने पर विचार करने की आवश्यकता है। उन्होंने इस संदर्भ में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी आदेश का हवाला देते हुए कहा कि कोविड-19 के मरीजों की घटती संख्या, लिक्विड ऑक्सीजन की उपलब्धता एवं महत्वपूर्ण उद्योगों तथा निर्माण कार्यों हेतु ऑक्सीजन की मांग के मद्देनजर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 30 प्रतिशत लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति महत्वपूर्ण उद्योगों एवं निर्माण कार्यों के उपयोगार्थ किये जाने की अनुमति दी गई है। चेंबर की ओर से झारखंड सरकार से यह आग्रह किया गया कि मामले की समीक्षा करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार की भांति झारखंड में भी कुछ अनुपात में ऑक्सीजन की आपूर्ति उद्योगों को करने की पहल करें, ताकि ऑक्सीजन बेस्ड उद्योग भी अपना कार्य शुरू कर सके।
चैंबर महासचिव राहुल मारू ने कहा कि ऑक्सीजन के अभाव में इसपर आधारित उद्योंगो के संचालन में हो रही कठिनाईयों की सूचना नियमित रूप से प्राप्त हो रही है, जिसपर राज्य सरकार को शीघ्र संज्ञान लेने की आवश्यकता है।
उद्योगों को पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति शुरू करने की मांग, चेंबर ने उद्योग निदेशक को लिखा पत्र
Sourceनवल किशोर सिंह