रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता शमशेर आलम ने वर्ष 2016 के राज्यसभा चुनाव में हुई गड़बड़ियों के मद्देनजर एक बयान जारी कर कहा कि तत्कालीन जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी(वर्तमान में भाजपा में शामिल) ने स्वयं चुनाव आयोग को हॉर्स ट्रेडिंग मामले में गड़बड़ी की शिकायत की थी। उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत एडीजी अनुराग गुप्ता सहित अन्य के खिलाफ ऑडियो-वीडियो टेप जारी कर चुनाव आयोग को सौंपा था। अब बाबूलाल मरांडी राजनीतिक करवट बदलते हुए भाजपा में घर वापसी कर चुके हैं। वहीं, तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। अब श्री मरांडी भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का विरोध करेंगे या तटस्थ रहेंगे, यह देखना दिलचस्प होगा। फिलहाल उन्होंने मौन व्रत धारण कर लिया है। भाजपा के कार्यकर्ता भी परेशान हैं कि वे रघुवर दास के पक्ष में खड़े हो या भाजपा छोड़कर घर वापसी किए बाबूलाल मरांडी के समर्थन में खड़े हों। शमशेर आलम ने कहा कि इस मामले को लेकर बाबूलाल मराडी को तो चुप्पी तोड़नी ही पड़ेगी। वैसे भाजपा के राज्यसभा सांसद व प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और भाजपा के राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने रघुवर दास का खुलकर समर्थन किया है, पर कहीं भी बाबूलाल मरांडी का जिक्र नहीं कर रहे हैं।
इधर, सूबे की राजनीति में बेहतर पकड़ रखने वाले झारखंड के तेज-तर्रार सीएम हेमंत सोरेन ने कानून के तहत अपना कार्य किया है। जिसे भाजपाई पचा नहीं पा रहे हैं और अनर्गल बयान दे रहे है, श्री आलम ने कहा कि बंगाल मे टीएमसी के पक्ष में चुनाव परिणाम को आज तक भाजपाई पचा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वार्थ की राजनीति करने वालों को जल्द सबक मिल जाएगा।
बाबूलाल मरांडी की ही नहीं, भाजपाइयों की भी होगी अग्नि परीक्षाः शमशेर आलम
Sourceनवल किशोर सिंह