विनीत कुमार की रिपोर्ट
बख्तियारपुर (पटना)। करनौती ग्राम निवासी जाने-माने वरिष्ठ समाजसेवी भारती सत्येंद्र देव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यकाल को बेमिसाल बताया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार ने विकास के क्षेत्र में कई ऐसे उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जो मील का पत्थर साबित हुए हैं। नतीजतन बिहार में बदलाव की बयार तेजी से बह रही है।
उन्होंने कहा कि सूबे में शराबबंदी का निर्णय मुख्यमंत्री का साहसिक कदम रहा। इसका सकारात्मक परिणाम सामने आया है। इससे घरेलू हिंसा, महिला उत्पीड़न सहित सड़क दुर्घटना व अन्य आपराधिक मामलों में कमी आई है।
श्री सत्येन्द्र देव ने कहा कि हाल ही में नीतीश कुमार द्वारा मेडिकल व इंजीनियरिंग में 35 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित करने का निर्णय लिया जाना महिला सशक्तिकरण की ओर राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दर्शाता है। राज्य के चहुंमुखी विकास के प्रति दृढ़संकल्पित नीतीश कुमार समाज के सभी वर्गों के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि घर-घर नल योजना, जल, जंगल, हरियाली योजना सहित अन्य कल्याणकारी कार्यक्रमों के तहत गांवों के विकास के प्रति नीतीश सरकार का प्रयास रंग लाने लगा है। इनके कार्यकाल में ग्रामीण विकास की गति काफी तेज हुई है।
उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से राज्य में निर्धारित समय पर पंचायत चुनाव संभव नहीं हो पाने से ग्रामीण विकास की योजनाएं प्रभावित न हो, इसके लिए नीतीश कुमार ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत पंचायतों में परामर्शी समितियों के गठन का निर्णय लिया है। यह ग्रामीण विकास के प्रति नीतीश कुमार की दूरदर्शिता का परिचायक है।
श्री भारती ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल के दौरान नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार के निर्देशानुसार प्रशासनिक अधिकारियों ने जिस कर्मठता व परिपक्वता का परिचय दिया, उसी का प्रतिफल है कि कोरोना पर काबू पाने में हम सफल हो सके हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों को भी समुचित सम्मान देने में नीतीश कुमार हमेशा अग्रणी रहे हैं। इस क्रम में अपने गृह क्षेत्र बख्तियारपुर प्रखंड अंतर्गत स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में उन्होंने उनकी प्रतिमा का अनावरण कर ऐतिहासिक कार्य किया। श्री भारती ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सौजन्य से बख्तियारपुर अस्पताल परिसर में ख्यातिप्राप्त स्वतंत्रता सेनानी शीलभद्र याजी, बख्तियारपुर डाक बंगला के निकट स्वतंत्रता सेनानी राम लखन वैद्य, श्रीगणेश उच्च विद्यालय परिसर में स्वतंत्रा सेनानी डूमर सिंह, बख्तियारपुर मवेशी हाट परिसर में स्वतंत्रता सेनानी नाथू प्रसाद यादव और रवाईच गांव के निकट लोकप्रिय स्वतंत्रता सेनानी बाबू मोगल सिंह की प्रतिमा स्थापित कर अनावरण किया। यह स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति उनके सम्मान को दर्शाता है।
श्री भारती ने कहा कि नीतीश कुमार के पिता स्व. राम लखन वैद्य जाने-माने स्वतंत्रता सेनानी और शिक्षाविद थे। बख्तियारपुर में श्रीगणेश संस्कृत हाई स्कूल, श्रीगणेश संस्कृत कॉलेज, श्री गणेश पुस्तकालय और श्रीगणेश उच्च विद्यालय की स्थापना में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। यह शिक्षा के प्रति उनके लगाव का द्योतक है। वर्ष 1952 से लेकर 1972 तक स्व.राम लखन वैद्य ने इन शैक्षणिक संस्थानों के सचिव पद पर अपनी सेवाएं दी।
अपने पिता स्व.राम लखन वैद्य के पदचिन्हों पर चलते हुए नीतीश कुमार भी शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। बख्तियारपुर स्थित श्रीगणेश उच्च विद्यालय, जहां नीतीश कुमार ने स्वयं मैट्रिक तक की शिक्षा प्राप्त की, उसे बिहार का मॉडल स्कूल बनाने की दिशा में उन्होंने कदम बढ़ाया है।
श्री सत्येन्द्र देव ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए नीतीश कुमार ने विकास के क्षेत्र में कई नए आयाम स्थापित किए हैं। वहीं, पूर्व में सांसद व केंद्रीय मंत्री के रूप में भी उनका कार्यकाल स्वर्णाक्षरों में वर्णित है। सांसद व केंद्रीय मंत्री रहते हुए नीतीश कुमार ने हरनौत में रेल कोच फैक्ट्री, राजगीर में आयुध कारखाना, सैनिक स्कूल की स्थापना, बाढ़ में एनटीपीसी का मुख्यालय सहित कई उल्लेखनीय कार्य किए, जो माइलस्टोन बनी है।
अंत में श्री भारती कहते हैं कि बिहार को विकास की पटरी पर लाने और सूबे में परिवर्तन की बयार तेजी से बहाने का श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जाता है।