अमरेन्द्र कुमार सिंह
गया
जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत कढ़ौना गांव के एक दलित युवक को गांव के ही एक पंचायत में मानवता को शर्मसार कर देने वाली सजा सुनाई गई। पंचायत में मानवाधिकार का हनन करते हुए युवक को कई बार थूक चटवाया गया, जिसका वीडियो कई दिनों से थाना क्षेत्र में तेजी से वायरल हो रहा था। वायरल वीडियो बीते सोमवार को गया एसएसपी आदित्य कुमार के संज्ञान में आया तब उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए एडिशनल एसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित कर संबंधित आरोपितों के घर पर लगातार कई बार छापेमारी करवाई। इस कार्रवाई में छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, साथ में अन्य चिन्हित लोगों की गिरफ्तारी का प्रयास जारी है। इस संबंध में गया पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि मामले के संबंध में वजीरगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है, जिसका कांड संख्या 159 / 21 है।साथ ही भा.द.वि. की सुसंगत धाराओं के साथ एससी/एसटी ऐक्ट अंकित करते हुए आरोपित विट्ठल सिंह उर्फ धर्मेंद्र कुमार, गौतम कुमार, दिलीप मांझी, विजय मांझी, इंदल मांझी एवं लालजीत कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा अन्य की तलाश जारी है।
दलित युवक को थूक चटाने के वायरल वीडियो में साफ दिख रहा था कि एक युवक को किसी संभ्रांत स्थान पर डरा धमका कर आगे से ऐसी गलती नहीं करने का हिदायत देते हुए थूक चाटने का फरमान जारी किया जाता है। युवक काफी डरा सहमा दिखता है और जमीन पर अपना थूक गिरा कर चाटता है, लेकिन सजा सुनाने वाले को इतने से संतुष्टि नहीं होती है और फिर से दूसरा फरमान जारी होता है। अपना थूक से कुछ नहीं होने वाला है, इसे दूसरे का थूक चटाओ ।फरमान जारी होते ही तुरंत दूसरा व्यक्ति लगातार दो बार जमीन पर थूक गिराता है, और पीड़ित युवक भय के मारे उसे भी चटता है, लेकिन इसके बाद भी दंड प्रक्रिया और आगे बढ़ती है, कान पकड़ कर उठक बैठक करने का आदेश होता है। पीड़ित युवक इस आदेश को भी पूरा करता है। गलती किस तरह की है यह तो वीडियो में कहीं नहीं दिखता लेकिन इतना जरूर सुनाई देता है कि आगे से ऐसी गलती नहीं करोगे। घटना के बाद पीड़ित युवक और उसके माता-पिता भयवश गांव छोड़कर कहीं अन्यत्र पलायन कर जाते हैं।और वह अपना दूसरा वीडियो वायरल करके शासन प्रशासन से न्याय की फरियाद करते हुए बताता है कि गांव के एक दबंग व्यक्ति अबलू सिंह उर्फ अभय कुमार सिंह अपने समर्थक मुखिया प्रत्याशी को वोट देने एवं उसके जनसंपर्क में शामिल होने का दबाव बनाया, जिससे इंकार करने पर अपने चमचों के सहयोग से मेरे ऊपर मनगढ़ंत आरोप लगाकर मेरे साथ यह कुकृत्य किया है। युवक अपने साथ न्याय नहीं मिलने पर आत्महत्या की भी बात बोलता है। हालांकि पुलिस इस पूरे मामले को प्रेम प्रसंग से जुड़ी घटना बताती है। एसएसपी ने बताया कि प्रथम जांच रिपोर्ट में पीड़ित युवक द्वारा किसी लड़की के साथ प्रेम प्रसंग में भगा ले जाने और फिर घर वापसी पर पंचायत में यह अनैतिक फैसला सुनाया गया है। वहीं दूसरी तरफ घटना के मुख्य आरोपी अभय कुमार सिंह जो घटना के मुख्य आरोपित बताए गए हैं, उन्होंने भी पुलिस की नजरों से हटकर एक वीडियो वायरल कर अपनी सफाई दी है। उन्होंने अपनी सफाई में सारे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए बताया है कि यह पंचायत चुनाव को लेकर राजनीतिक रंजिश में मुझे बेवजह फंसाने का साजिश रचा गया है। हमने गांव के ही दलित समुदाय के दो पक्षों के बीच अपने घर पर पंचायत किया है ,लेकिन मेरे ऊपर जो आरोप लगाया गया है ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है ।प्रशासन इसकी निष्पक्षता से जांच कर ले और पीड़ित युवक को सामने लाएं जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके ।