Wednesday, May 15, 2024
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शब्दाक्षर’ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय गीतकार डॉ बुद्धिनाथ मिश्र के साथ साहित्यिक साक्षात्कार

अमरेन्द्र कुमार सिंह
गया । राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था ‘शब्दाक्षर’ द्वारा हिन्दी भाषा तथा साहित्य के प्रति साहित्य प्रेमियों में रुचि बढ़ाने हेतु कोरोना संकट के दरम्यान भी अनवरत रूप से तरह-तरह के अॉनलाइन आयोजन किये जा रहे हैं। इसी श्रृंखला में शब्दाक्षर के केन्द्रीय पेज पर अंतर्राष्ट्रीय गीतकार डॉ बुद्धिनाथ मिश्र को साहित्यिक साक्षात्कार हेतु आमंत्रित किया गया, जिसमें उन्होंने नीता अनामिका, वार्ताकार-सह-राष्ट्रीय साहित्य मंत्री, ‘शब्दाक्षर’ से बातचीत के दरम्यान अपनी साहित्यिक यात्रा पर प्रकाश डालते हुए हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाए जाने की माँग पर अपने विचार रखे। उन्होंने हिन्दी को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिये जाने के मार्ग में उपस्थित बाधाओं पर भी चर्चा की तथा दर्शकों एवं श्रोताओं की माँग पर अपने लोकप्रिय गीतों के कुछ अंश भी सुनाये। केन्द्रीय पेज से जुड़े साहित्यकारों के प्रश्नों के उत्तर देते हुए उन्होंने अपने जीवन की खट्टी-मीठी यादों को भी साझा किया, जिससे यह वार्ता काफी रोचक तथा ज्ञानवर्द्धक हो गयी। इस साहित्यिक वार्ता में ‘शब्दाक्षर’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह सत्य, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दया शंकर मिश्र, राष्ट्रीय प्रवक्ता-सह-प्रसारण प्रभारी प्रोफेसर डॉ रश्मि प्रियदर्शनी, राष्ट्रीय उपसचिव सागर शर्मा आजाद, उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष महावीर सिंह वीर, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष श्यामल मजूमदार, प्रसिद्ध कवि जय कुमार रुसवा, कृष्ण कुमार दूबे, विभा जोशी, राजेन्द्र कानूनगो, केवल कोठारी आदि की उपस्थिति रही। ज्ञात हो कि विभिन्न राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय काव्यगोष्ठियों में भाग ले चुके डॉ बुद्धिनाथ मिश्र ‘शब्दाक्षर’ के 5 प्रदेशों के प्रभारी होने के साथ-साथ ‘शब्दाक्षर’ द्वारा इसी वर्ष ‘डॉ अरुण प्रकाश अवस्थी शब्दाक्षर सम्मान-2022’ से विभूषित भी किये गये हैं।
शब्दाक्षर के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह ने डॉ बुद्धिनाथ मिश्र के प्रति आभार जताते हुए उन्हें पुनः केन्द्रीय पेज पर पधारने हेतु आमंत्रित किया। राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ रश्मि प्रियदर्शनी ने बताया कि शब्दाक्षर के द्वारा प्रत्येक शनिवार कवयित्रियों के लिए ‘काव्य विविधा’ के नाम से एक घंटे की अॉनलाइन काव्य गोष्ठी का भी आयोजन किया जाता है, ताकि महिला साहित्यकारों की रचनाओं को विशेष महत्व तथा सम्मान मिल सके। ‘काव्य विविधा’ का संचालन भी शब्दाक्षर की कुछ विशिष्ट महिला पदाधिकारियों द्वारा ही किया जाता है, जो शब्दाक्षर की ओर से महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस शनिवार काव्य-विविधा का संचालन शब्दाक्षर की गोवा प्रदेश अध्यक्ष वंदना चौधरी ने किया, जिसमें उत्तर प्रदेश से कवयित्री अंजलि श्रीवास्तव, छत्तीसगढ़ से जयंती खमारी रूही तथा दिल्ली से सुनीता शर्मा ने एक से बढ़कर एक स्वरचित कविताओं का पाठ करके श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर डाला।

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