गया:
जब से बिहार में पंचायत चुनाव 2021 (Bihar panchyat chunav) का बिगुल बजा है, अलग-अलग रंग देखने को मिल रहा है। खासकर युवा वर्ग गांव की सरकार में अपनी हिस्सेदारी पाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। गया जिले में एक युवा में मुखिया बनने की इतनी ललक दिखी कि उसने बिना मुर्हूत ही भगवान सूर्य को साक्षी मानकर शादी कर ली और नई नवेली दुल्हन का पंचायत चुनाव के लिए नॉमिनेशन करवा दिया। साथ ही पत्नी को शादी के दौरान ये भी वचन दे दिया कि उसकी जिम्मेदारी है कि वह उसे पंचायत चुनाव में जीत दिलाएगा।
गया के खिजरसराय प्रखंड की होरमा पंचायत के बिंदौल गांव का युवक आदित्य कुमार उर्फ राहुल पंचायत चुनाव में मुखिया बनना चाहता है। मुखिया बनने के लिए आदित्य(राहुल) ने पूरी तैयारी भी की है। लेकिन नॉमिनेशन के समय पता चला कि उन्हें जाति प्रमाणपत्र संलग्न करना होगा। जाति प्रमाण पत्र के लिए आवश्यक काग़ज़ातों में से किसी एक काग़ज़ात में त्रुटि रहने के कारण आदित्य(राहुल) का जाति प्रमाण पत्र तत्काल नहीं बन सकता है, काग़ज़ातों में सुधार करने में मुखिया पद के लिए वांछित नामांकन अवधि के बीत जाने की संभावना है। इसलिए आदित्य(राहुल) के पास अब इतना वक्त नहीं बचा था की वह अपने काग़ज़ात को सुधरवा सके।
इसके बाद आदित्य कुमार उर्फ राहुल ने आनन-फानन में प्रखंड के नौडिहा की रहने वाली दांगी समाज की सरिता कुमारी से शादी रचाने की ठान ली। आनन-फ़ानन में दोनों परिवार के लोगों की मौजूदगी में केनी के सूर्य मंदिर में आदित्य(राहुल) और सरिता ने शादी रचा ली। शादी के रश्म के दौरान आदित्य(राहुल) ने सरिता को वचन दिया कि सरिता को मुखिया बनाना उसकी जिम्मेदारी है । आदित्य(राहुल) ने कहा कि वह उसे मुखिया बनवाकर ही दम लेगा ।
मंदिर में शादी के बाद दोनों ने मंगलवार को गया कोर्ट परिसर में जाकर भी शादी की सभी औपचारिकता पूरी कर ली। सरिता और आदित्य(राहुल) की शादी पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। आदित्य(राहुल) ने बताया कि कोर्ट में शादी की औपचारिकता पूरी होने के बाद सरिता मुखिया पद के लिए नॉमिनेशन करेगी। इसके बाद पति-पत्नी मिलकर चुनाव प्रचार में जुट जाएंगे। आदित्य(राहुल) को उम्मीद है कि सरिता से शादी करने के बाद उसे उसके समाज का भी वोट मिलेगा।