आगामी लोकसभा चुनाव के पहले झारखंड के एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने एक जातिगत बयान देकर झारखंड की राजनीति को हवा दे दी है। कांग्रेस के पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने कहा है कि “हमलोगों का धर्मांतरण हुआ था। पहले हमलोग यादव थे।” पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने एक बयान में कहा कि हमलोग यादव से मुस्लिम बने हैं।
ग़ौरतलब है कि पूर्व सांसद फुरकान अंसारी झारखंड में कांग्रेस के एक क़द्दावर नेता के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने राज्य के पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि- हमलोग यादव से मुस्लिम बने हैं। हमलोगों का धर्मांतरण हुआ था। पहले हमलोग यादव थे। आगे उन्होंने कहा कि सामंती लोगों के अत्याचार और जुल्म की वजह से हमारे दादा-परदादा ने ऐसा किया था । धर्मांतरण के बारे में और जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय में जो मंडरिया जाति है वह पहले मंडल सरनेम लिखने वाला समाज था। उन्होंने कहा कि तब के सामंतवादी लोगों ने इतना अत्याचार किया कि हमलोग मुस्लिम बन गए। आगे उन्होंने कहा कि औरंगजेब ने जबरन हमारा धर्मांतरण नहीं कराया बल्कि बहुत सौहार्दपूर्ण तरीके से हमारी मर्ज़ी से धर्मांतरण हुआ है। हिंदू समाज में हमारे साथ बहुत ज्यादती हो रही थी। उन्होंने कहा कि उस समय बहुत सारे यादव, महतो और मंडल लोग धर्मांतरण द्वारा मुस्लिम बन गए और यह ज़ोर ज़बरदस्ती या तलवार के बल पर नहीं हुआ बल्कि अपनी इच्छा से हुआ।
सामंतों के जुल्म ने मुस्लिम बनने के लिए मजबूर किया
फुरकान अंसारी ने कहा कि सामंतों ने गरीबों पर बहुत जुल्म किए। गरीबों की बहू-बेटी का शोषण किया। गरीबों को मंदिर में नहीं जाने दिया जाता था । कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार के राज में एक दलित राष्ट्रपति के मंदिर जाने पर 5 टैंकर गंगाजल से मंदिर को धोया गया। आज भी यही सामंती सोच है। और यह भाजपा के नये भारत कि तस्वीर है । उन्होंने कहा कि हम में से अधिकांश लोग पहले यादव या मंडल थे और बाद में धर्मांतरण के द्वारा मुस्लिम बने क्योंकि उस समय सामंती लोग हमें सताया करते थे। फुरकान अंसारी ने कहा कि सामंतों ने इंसान को इंसान नहीं समझा। गरीबों को हक नहीं दिया। हमें मंदिरों में प्रवेश नहीं करने दिया गया। सार्वजनिक कुआँ से पानी नहीं पीने दिया जाता था।
कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के पिता हैं फुरकान
फुरकान अंसारी के बेटे डॉ. इरफान अंसारी वर्तमान में जामताड़ा विधानसभा से कांग्रेस पार्टी के विधायक हैं। संभावना जताई जा रही कि फुरकान अंसारी अगले लोकसभा चुनाव में फिर से गोड्डा लोकसभा सीट से किस्मत आजमा सकते हैं जो फिलहाल बीजेपी के कब्जे में है। बीजेपी के डॉ. निशिकांत दुबे यहां से सांसद हैं। हाल ही में इरफान अंसारी ने कहा था कि गोड्डा में कोई अंसारी ही बीजेपी को टक्कर दे सकता है। इससे पहले महगामा को मिनी पाकिस्तान बताने वाला उनका बयान काफी सुर्खियों में रहा था। हालांकि, बाद में इरफान अंसारी ने बयान से पल्ला झाड़ लिया था। वहीं पिता फुरकान अंसारी भी अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं।
राजनीतिक गलियारे में अटकलें लगाई जा रही है कि पूर्व सांसद फुरकान अंसारी का यह बयान राजनीति से प्रेरित है जो आगामी लोकसभा चुनाव में मुस्लिम-यादव के जातिगत समीकरण को हवा देने में सहायक हो सकती है।