Sunday, May 12, 2024
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वित्तीय समावेशन की योजनाओं को पूर्णतया कार्यान्वित करने के लिए हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं में काम करना आवश्यक : राज्यपाल

समाज के निर्धनतम व्यक्ति को अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा से जोड़कर आर्थिक विकास में उसकी भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु वित्तीय समावेशन बेहद महत्वपूर्ण है।

पटना:
“वित्तीय समावेशन की योजनाओं को पूर्ण रूप से कार्यान्वित करने के लिए हमें हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं में काम करना चाहिए ताकि राष्ट्र की आम जनता के साथ जुड़कर उन्हें
बेहतर सेवा प्रदान किया जा सके।” यह बातें महामहिम राज्यपाल श्री फागू चौहान ने यूको बैंक जी० डी० बिड़ला स्मृति व्याख्यानमाला के तहत “आजादी का अमृत महोत्सव : वित्तीय समावेशन में बैंकों, राजभाषा हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं की भूमिका’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कही।

राज्यपाल ने कहा कि समाज के निर्धनतम व्यक्ति को अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा से जोड़कर आर्थिक विकास में उसकी भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु वित्तीय समावेशन बेहद महत्वपूर्ण है। यह समावेशी विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है ताकि समाज के सभी लोगों को समान अवसरों के साथ आर्थिक विकास का लाभ भी समान रूप से मिल सके। वित्तीय समावेशन देश के टिकाऊ और संतुलित आर्थिक विकास में सहायक है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने देश में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए अनेक उपाय किये हैं, जिनमें जन-धन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अतिरिक्त जीवन सुरक्षा बंधन योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, सामान्य क्रेडिट कार्ड और भीम एप्प जैसी योजनाएँ शामिल हैं। इन योजनाओं को कार्यान्वित कर देश के आर्थिक विकास को गति देने में सरकारी बैंकों की भूमिका महत्वपूर्ण है।
राज्यपाल ने कहा कि वित्तीय समावेशन हेतु कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं से भारत में अभी भी काफी लोगों को आच्छादित किया जाना है। बैंकिंग क्षेत्र ग्राहक सेवा से जुड़ा होने तथा हिंदी और क्षेत्रीय भाषाएँ सहज व सरल होने और आसानी से समझ में आ जाने के कारण इनके माध्यम से अधिकाधिक ग्राहकों को सेवाएँ देना सुगम होता है। उन्होंने कहा कि बैंक की विभिन्न योजनाओं को आमजन तक पहुँचाने के लिए आयोजित वित्तीय साक्षरता कार्यक्रमों में भी इन्हीं भाषाओं के माध्यम से लाभार्थियों को जानकारी देना आवश्यक है।

कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने यूको पटना दर्पण, छमाही हिन्दी गृह पत्रिका का विमोचन भी किया। वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से आयोजित इस राष्ट्रीय संगोष्ठी को भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक, बिहार श्री संजीव दयाल एवं प्रधान कार्यालय, यूको बैंक के महाप्रबंधक श्री नरेश कुमार ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री रॉबर्ट एल० चोंग्थू, यूको बैंक, अंचल कार्यालय, पटना के उप महाप्रबंधक व अंचल प्रमुख श्री सुदीप दीघल, केन्द्रीय गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग, पूर्व क्षेत्र के प्रभारी श्री निर्मल कुमार दुबे, यूको बैंक के सभी अंचल प्रमुख और राजभाषा अधिकारी, पटना स्थित नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, बैंक, उपक्रम एवं केंद्र सरकार के कार्यपालकगण, राजभाषा अधिकारीगण, राजभाषा संपर्क अधिकारीगण, कर्मचारीगण, विद्वतजन एवं राजभाषा सेवीगण आदि उपस्थित थे।

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