Sunday, May 5, 2024
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दुनिया के विश्व धरोहरों में शामिल हुआ भारत का रुद्रेश्वर (रामप्पा) मंदिर

भारत में स्थित यह रूद्रेश्वर (रामप्पा) मंदिर दुनिया का 39वां विश्व धरोहर स्थल है।

एक बार फिर भारत देश अपनी विरासत और संस्कृति के कारण पूरे विश को अपनी ओर आकर्षित करने में सफल रहा। रूद्रेश्वर (रामप्पा मंदिर) का – जो पालमपेट, वारंगल, तेलंगाना में स्थित है, यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में अंकित होना भारत के लिए गौरव की बात है । भारत में स्थित यह मंदिर दुनिया का 39वां विश्व धरोहर स्थल है।
अभी तक एक और ऐतिहासिक उपलब्धि में, तेलंगाना राज्य में वारंगल के पास, पालमपेट, मुलुगु जिले में रुद्रेश्वर मंदिर, (जिसे रामप्पा मंदिर के रूप में भी जाना जाता है) का भारत का नामांकन यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में अंकित किया गया है। यह निर्णय आज यूनेस्को की विश्व धरोहर समिति के 44वें सत्र में लिया गया। रामप्पा मंदिर, 13 वीं शताब्दी का इंजीनियरिंग चमत्कार है , जिसका नाम इसके वास्तुकार, रामप्पा के नाम पर रखा गया था।रूद्रेश्वर (रामप्पा मंदिर) को सरकार द्वारा वर्ष 2019 के लिए यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल टैग के लिए एकमात्र नामांकन के रूप में प्रस्तावित किया गया था।

यूनेस्को ने आज एक ट्वीट में घोषणा कर बताया कि भारत में तेलंगाना स्थित “काकतीय रुदेश्वर (रामप्पा) मंदिर, अब विश्व धरोहर स्थल के रूप में अंकित हो चुका है,यह गौरव की बात है”।

यूनेस्को द्वारा काकतीय रामप्पा मंदिर को विश्व धरोहर स्थल घोषित किए जाने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने लोगों से इस राजसी मंदिर परिसर की यात्रा करने और इसकी भव्यता का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने का भी आग्रह किया।

यूनेस्को के एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा-“बहुत बढ़िया! सभी को बधाई, खासकर तेलंगाना के लोगों को। प्रतिष्ठित रामप्पा मंदिर महान काकतीय वंश के उत्कृष्ट शिल्प कौशल को प्रदर्शित करता है। मैं आप सभी से इस भव्य मंदिर परिसर की यात्रा करने और इसकी भव्यता का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त करने का आग्रह करता हूं।”

काकतीय रुदेश्वर (रामप्पा) मंदिर

केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और उत्तर पूर्वी क्षेत्र के विकास मंत्री, जी किशन रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके मार्गदर्शन और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया । क्योंकि संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने उन्हें विश्व विरासत शिलालेख से सम्मानित किया था। रुद्रेश्वर मंदिर, (जिसे रामप्पा मंदिर भी कहा जाता है) तेलंगाना राज्य में वारंगल के पास, मुलुगु जिले के पालमपेट में।

जी किशन रेड्डी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि – “मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि @UNESCO ने पालमपेट, वारंगल, तेलंगाना में रामप्पा मंदिर को विश्व विरासत शिलालेख प्रदान किया है। राष्ट्र की ओर से, विशेष रूप से तेलंगाना के लोगों की ओर से, मैं माननीय पीएम @narendramodi को उनके मार्गदर्शन और समर्थन के लिए धन्यवाद व्यक्त करता हूं”।

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