रांची : झाविमो के मुखिया बाबूलाल मरांडी आज दिल्ली पहुंचे। दिल्ली पहुंच मरांडी पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। उनके दिल्ली से लौटने के बाद विलय की तारीख तय हो जाएगी। बताया जा रहा है कि दिल्ली चुनाव के बाद और झारखंड बजट सत्र से पहले मरांडी भाजपा में शामिल हो जाएंगे। हालांकि, मंगलवार को रांची एयरपोर्ट पर उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत और निजी दौरे पर कोलकाता जा रहे हैं। इसके कोई राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए। जब कुछ तय होगा,सभी को बता दिया जाएगा। कहा जा रहा है कि सब कुछ सुनियोजित ढंग से चल रहा है।
बजट सत्र से पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का भी नाम फाइनल हो जाएगा। इधर, बाबूलाल ने रांची से प्रस्थान करने से पहले बंधु तिर्की और प्रदीप यादव से अलग-अलग करीब आधे से एक घंटे तक बातचीत की। मरांडी ने खुद दोनों विधायकों को बुलाया और बातचीत की। पार्टी विलय से पहले आसान रास्ता निकालने पर विचार हुआ है। वे और उनकी पार्टी का भाजपा में विलय किया जाए और तीनों विधायकों की सदस्यता पर भी कोई तकनीकी पेंच न आए, इसको लेकर मंत्रणा हुई।
मरांडी के भाजपा में जाने को लेकर तैयारी शुरू है। जिलाध्यक्षों को एक सप्ताह के अंदर कमेटी गठन का निर्देश दिया है। इसके पीछे तर्क यह है कि विलय में अधिक से अधिक पार्टी नेता व कार्यकर्ता शामिल हो सकें। अभी भाजपा के केंद्रीय स्तर के नेता दिल्ली विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं, इसलिए चुनाव के बाद तस्वीर साफ हो जाएगी।
झाविमो विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि हेमंत एक अनुभवी मुख्यमंत्री हैं। सरकार पिछले पांच साल के झंझावातों से निकल कर जनहित में बेहतर काम करेगी। उन्होंने फिर दुहराया कि भाजपा में उनके जाने का सवाल ही नहीं है। जहां तक झाविमो के भाजपा में विलय का सवाल है तो रास्ता उसी ओर जा रहा है। एक सप्ताह के भीतर स्पष्ट हो जाएगा।