- देशपत्र डेस्क
रांची। सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था आदिवासी जन परिषद की एक बैठक शुक्रवार को करमटोली स्थित कार्यालय में प्रेम शाही मुंडा की अध्यक्षता में हुई।
बैठक का संचालन अनूप बड़ाइक ने किया। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा एवं रांची जिला अध्यक्ष (अखिल भारतीय आदिवासी विकास) कुदरसी मुंडा शामिल हुए।
इस बैठक में प्राकृतिक महोत्सव सरहुल धूमधाम से मनाने एवं धर्म कोड और स्थानीय नियोजन नीति के विषय पर विशेष रूप से चर्चा की गई। इस वर्ष सरहुल पूजा महोत्सव धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया। साथ ही धर्म कोड आंदोलन के तहत 25 अप्रैल 2022 को जंतर मंतर, नई दिल्ली में होने वाले आंदोलन को सफल बनाने के लिए भी चर्चा हुई। प्रेम शाही मुंडा ने कहा कि झारखंड में हेमंत सरकार के कारण विभिन्न मुद्दों पर आदिवासी -मूलवासी समाज संघर्ष कर रहा है। इसलिए अपने धर्म कोड के अभियान के साथ-साथ हमें स्थानीय नीयोजन नीति को लेकर के भी हमें संघर्ष करने की आवश्यकता है। श्री मुंडा ने कहा कि सरहुल जो आदिवासी नहीं मनाते हैं वह आदिवासी नहीं हो सकते हैं। आदिवासी प्रकृति प्रेमी होते हैं और सरहुल प्रकृति पर्व है। मानव को प्राकृतिक रूप से सुरक्षित रखने में आदिवासी समाज का बहुत बड़ा योगदान रहा है। आदिवासी समाज को आदिवासी दर्शन से दरकिनार कर दुनिया की परिकल्पना नही की जा सकती है। आदिवासी समाज ने हर समय, हर सदी में जल, जंगल, जमीन और पर्यावरण को बचाए रखने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि अभियान को चलाते हुए स्थानीय नीति की एक बड़े आंदोलन की जरूरत है। आंदोलन के साथ साथ संगठन का विस्तार और मजबूती पर हमें ध्यान देना होगा। सरहुल के बाद स्थानीय नीति की मांग को लेकर व्यापक आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी।
प्रधान महासचिव अभय भुट कुवर ने कहा कि आदिवासी समाज का आदिवासी धर्म संस्कृति मूल आधार है। सरहुल से ही पूरे जीवन जीने का रास्ता मिलता है। इसलिए पर्यावरण को जरूर बचाएं और आने वाले समय में धर्म के आधार पर आदिवासी समाज एक जुट हों।
बैठक में सर्वसम्मति से निम्नलिखित प्रस्ताव पारित किया गया|
- आदिवासी जन परिषद भारत सरकार के डाक विभाग से मांग करती है कि सरहुल के नाम पर डाक टिकट जारी किए जाए। इस संदर्भ में एक प्रतिनिधिमंडल डाक महाअध्यक्ष, झारखंड से मिलेगा।
- इस बार 4 अप्रैल 2022 को पूरे झारखंड में प्रकृति के महोत्सव सरहुल मनाया जा रहा है। शोभा यात्रा मे आदिवासी जन परिषद के द्वारा एक भव्य स्वागत पंडाल का निर्माण अल्बर्ट एक्का मे किया जाएगा एवं पाहन, पुरोहितों को धोती पगड़ी से सम्मानित किया जायेगा।
*अखिल भारतीय आदिवासी धर्म परिषद के तत्वाधान में 25 अप्रैल 2022 को जंतर मंतर नई दिल्ली मे आहूत संपूर्ण भारत वर्ष के देश आदिवासियों के लिए धर्म /कोल्लम लागू करने हेतु बनाने धरना प्रदर्शन में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता भाग लेंगेl - राज्य सरकार से मांग करती है कि सरहुल के अवसर पर तीन दिन तक अवकाश घोषित किया जाएl
- रांची /जिला महानगर के सरना स्थलों को साफ सफाई किया जाए तथा शोभायात्रा में चिकित्सा व्यवस्था किया जाए और पीने का पानी व्यवस्था करें l
इस अवसर पर प्रधान महासचिव अभय भुट कुंवर,अनूप कुमार बड़ाईक शकुंतला उरांव,सेलिना लकडा, सुषमा टोप्पो,प्रदीप खलखो ,जयदेव भगत, अशोक कुमार रजक,बादल मुंडा, कृष्णा मुंडा, अजम्बर मुंडा, प्रकाश मुंडा रामधन राम,रवि मुंडा सहित अन्य उपस्थित थे।