हजारीबाग रामनवमी के 106 वर्षों के इतिहास में 2024 की रामनवमी सर्वश्रेष्ठ रही। रामनवमी का यह अनूठा महापर्व ग्यारहवीं की रात तक बहुत ही शांति प्रिय ढंग से सम्पन्न हो गया। हजारीबाग के स्थानीय बड़े – बुजुर्ग जो बीते 70 -75 सालों से हजारीबाग की रामनवमी देखते चले आ रहे हैं, उन सबों का कहना है कि इस बार की रामनवमी बीते सालों की तुलना में ज्यादा भव्य रही। रामनवमी का यह जुलूस पूरी तरह अनुशासन और मर्यादा के साथ धीरे-धीरे कर आगे बढ़ता रहा। जुलूस को आगे बढ़ाने में जिला प्रशासन, महासमिति और सामाजिक कार्यकर्ताओं को ज्यादा मशक्कत नहीं करना पड़ा। जुलूस जिन-जिन मार्गो से गुजरा मोहल्ले वासियों ने जमकर स्वागत किया। स्थानीय नागरिक अपने -अपने घरों से जुलूस में शामिल लोगों पर पानी गिरा कर अपनी श्रद्धा व्यक्त कर रहे थे। बीते वर्षों की तुलना में इस बार झांकियों की संख्या अधिक रही।
इस बार के जुलूस में महिलाओं और बच्चियों की संख्या अन्य वर्षों की तुलना में ज्यादा रही। कई समितियां के जुलूस में महिलाओं ने भी अस्त्र-शास्त्र का शानदार परिचालन किया। इस अवसर पर आर्ष कन्या विद्यालय की छात्रों ने अस्त्र-शास्त्र का ऐसा अनूठा परिचालन किया, जिसे देखकर लोग अचंभित रह गए। भक्ति गीत, देश भक्ति गीत और फिल्मी गानों पर जुलूस में शामिल सभी वर्ग के लोग नाचते गाते आगे बढ़ रहे थे, ऐसा लग रहा था कि मानो सचमुच में भगवान राम का विजय और शौर्य का जुलूस गुजर रहा हो।
इस जुलूस को शांति प्रिय ढंग गुजारने में हजारीबाग जिला प्रशासन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। चैत्र मास के प्रारंभ के साथ ही हजारीबाग जिला प्रशासन रामनवमी त्योहार के लिए प्रशासनिक तैयारीयां शुरू कर दिया था। हजारीबाग नगर से लेकर एक – एक गांव जहां से रामनवमी पर जुलूस निकाले गए, जिला के उपायुक्त नैंसी सहाय और एस.पी अरविंद कुमार सिंह अपने अधिकारियों और पुलिस बल के साथ निरीक्षण किया। रामनवमी के अवसर पर नगर और एक-एक गांवों की विधि व्यवस्था भीतर व्यवस्थित रहे, पुलिस बल और अधिकारियों को तैनात किया गया। इस बार अन्य वर्षो की तुलना में मार्ग ब्रेकेटींग की संख्या बढ़ाई गई। जहां ब्रेकेटींग बहुत जरूरी थी, वहीं ब्रेकेटींग लगाया गया। इस कारण नगर में आने वाले किसी भी नागरिकों को कोई परेशानी नहीं हुई। जिला प्रशासन इस अवसर पर चलंत पुलिस पेट्रोलिंग की शानदार व्यवस्था की थी। पुलिस के जवान मोटरसाइकिल से भ्रमण कर नगर की विधि व्यवस्था की सूचना जिला कंट्रोल रूम तक पहुंचा रहे थे। इसके साथ ही वाहनों से भी पेट्रोलिंग की जा रही थी। पूरे नगर को सीसीटीवी कैमरे से लैस कर दिया गया था। जिला कंट्रोल रूम से हजारीबाग नगर में प्रवेश करने वाले लोगों पर ध्यान रखा जा रहा था। इस अवसर पर हजारीबाग सदर के अनुमंडल पदाधिकारी शैलेश कुमार और उप विकास आयुक्त प्रेरणा दीक्षित सहित कई अधिकारीयों की ड्यूटी देखते बन रही थी।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कई लोग रामनवमी देखने के लिए हजारीबाग आए । सभी यहां की रामनवमी की प्रशंसा कर रहे हैं। सिमडेगा की रत्न प्रिया नाम की एक बच्ची,जो छठ्टा क्लास की छात्रा है, रामनवमी देखने के लिए पहली बार अपने नाना नानी घर आई। रत्न प्रिया ने कहा कि सिमडेगा में भी रामनवमी बहुत ही धूमधाम के साथ मनाई जाती है, लेकिन हजारीबाग की रामनवमी की बात ही निराली है। रामनवमी पर तीन दिनों से अपने नाना – नानी और मामा के साथ घूम रही हूं। पैर थक जा रहे हैं, लेकिन जुलूस और झांकियां खत्म नहीं हो रही है। हर ओर नाचते गाते लोग नजर आ रहे हैं। हर ओर जय श्री राम ! जय श्री राम के नारे गूंज रहे हैं। बैंजो ताशा पार्टी और डीजे की ही आवाजें सुनाई पड़ रही । जुलूस से मैं अपना घर आ गई हूं । फिर भी डीजे और ताशा पार्टी की आवाजें अभी भी कानों में गूंज रही है। मैं हजारीबाग की रामनवमी को कभी नहीं भूलूंगी । मैं कोशिश करुंगी कि हर साल की रामनवमी हजारीबाग का ही देखूं।
सर्वविदित है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की जयंती पर संपूर्ण देश में रामनवमी मनाई जाती है। झारखंड में भी रामनवमी बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई जाती है। झारखंड के हजारीबाग जिले को छोड़ कर शेष जिलों में चैत्र नवमी के ही दिन जुलूस निकलकर समाप्त हो जाता है। सिर्फ हजारीबाग में ही रामनवमी का यह महापर्व तीन दिनों तक चलता रहता है। रामनवमी पर्व पर राज्य भर में विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए झारखंड सरकार प्रांत के सभी जिलों के उपायुक्तों को खास निर्देशित पत्र भेजती हैं। राज्य सरकार के उच्च आला अधिकारी रामनवमी पर विधि व्यवस्था बनी रही, इससे संबंधित निर्देश भी जारी करते रहते हैं। इस वर्ष झारखंड के सभी जिलों में रामनवमी का महापर्व बहुत ही शांति प्रिय ढंग से मनाया गया। कहीं से भी कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं आई। यह इस प्रांत के लिए एक बड़ी बात है। सभी जिलों के लोगों ने मिलजुलकर इस महापर्व को मनाया।
ध्यातव्य है कि रामनवमी का यह पर्व अति संवेदनशील पर्व की सूची में शामिल है। हमारे इस समाज में मुट्ठी भर लोग ऐसे भी निवास करते हैं, जिनका उद्देश्य सिर्फ अशांति फैलाना होता है। ऐसे लोग गलत तरह से अफवाह फैला कर आशांति की पैदा करना चाहते हैं। लेकिन प्रांत में रहने वाले विभिन्न धर्मावलंबियों ने रामनवमी पर जो एकता और मिल्लत दिखाई है, यह अपने आप में अनूठा और बेमिसाल है। इस अवसर पर सभी धर्म के लोगों ने मिलजुल कर जुलूस के कारवां को आगे बढ़ाया।
सोशल मीडिया से जुड़े लोगों ने भी प्रांत भर में रामनवमी पर शांति व्यवस्था बनी रही, बहुत ही स्तरीय पोस्ट डाला । फलस्वरुप में राज्य भर में अमन का माहौल निर्मित हो पाया। वहीं झारखंड से प्रकाशित होने वाले हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी अखबारों ने भी झारखंड के गौरवशाली रामनवमी के इतिहास पर एक से बढ़कर एक सूचनाओं को प्रकाशित किया। रामनवमी का यह पर हिंदू मुस्लिम एकता का एक अनूठा महापर्व है । इससे संबंधित कई अनुकरणीय रिपोर्टिंग को अखबारों में जगह दी गई। इन सूचनाओं और रिपोर्टिंग का आम जनमानस पर बहुत ही अनुकूल प्रभाव पड़ा । लोग अपने गौरवशाली रामनवमी के इतिहास को जान पाए । झारखंड में अमन चैन की स्थापना के लिए यहां से प्रकाशित होने वाले अखबारों के अवदान को कभी विस्मृत नहीं किया जा सकता है । झारखंड की पत्रकारिता ने सच्चे अर्थों में लोकतंत्र की रक्षा की है ।
चैत्र रामनवमी महासमिति के युवा पदाधिकारीयों ने रामनवमी के जुलूस को शांति प्रिय ढंग से गुजारने में अपनी महती भूमिका अदा की। रामनवमी महासमिति के चुनाव के बाद ही महासमिति की अध्यक्ष जीतू यादव सक्रिय हो गए थे। महासमिति का एक गौरवशाली इतिहास रहा है । इस इतिहास को बरकरार रखने में नवगठित महासमिति की भूमिका सराहनीय रही। इस अवसर पर आपसी परस्पर सहयोग का एक अनूठा नजारा भी देखने को मिला। जुलूस में शामिल राम भक्तों को किसी भी प्रकार का कोई कष्ट न हो, इस निमित्त जिला प्रशासन सहित हजारीबाग के विविध सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और व्यवसायिक संगठनों ने आत्मीय ढंग से सेवा कार्य किया। इस सेवा कार्य की जितनी भी प्रशंसा की जाए कम होगी। जुलूस जिन-जिन मार्गो से गुजरा से मोहल्ले वासियों ने शानदार स्वागत किया । हिंदू, मुस्लिम, सिख ईसाई एकता मंच से जुड़े कार्यकर्ताओं ने दिन रात एक कर जुलूस को शांति प्रिय ढंग से गुजारने में महती योगदान दिया।
जुलूस में अस्त्र शस्त्र परिचालन में कई लोग घायल हो गए। लोगों ने बिना देर किए घायल लोगों का ईलाज नगर में बने प्राथमिक उपचार केंद्रों और शेख भीखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में करवाया। सच्चे अर्थों में हजारीबाग रामनवमी के 106 वर्षों के गौरवशाली इतिहास में 2024 की रामनवमी सर्वश्रेष्ठ कहीं जा सकती है।