नई दिल्ली : कुसुम योजना का ऐलान केंद्र सरकार के आम बजट 2018-19 में किया गया था. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कुसुम योजना की घोषणा की थी. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश में बिजली की समस्या से जूझ रहे इलाकों को ध्यान में रखते हुए किसान उर्जा सुरक्षा और उत्थान महाअभियान (कुसुम) योजना शुरू की है. इस योजना के अंतर्गत देशभर में सिंचाई के लिए इस्तेमाल होने वाले सभी डीजल/बिजली के पंप को सोलर ऊर्जा से चलाने की योजना है. गौरतलब है कि कुसुम योजना (Kusum Yojana) के पहले चरण में किसानों के सिर्फ उन सिंचाई पंप को शामिल किया जाएगा जो अभी डीजल से चल रहे हैं. सरकार के एक अनुमान के मुताबिक इस तरह के 17.5 लाख सिंचाई पंप को सौर ऊर्जा से चलाने की व्यवस्था की जाएगी. इससे डीजल की खपत और कच्चे तेल के आयात पर रोक लगाने में मदद मिलेगी.बिजली की बचत होगी.खेतों को सिंचाई करने वाले पंप सौर ऊर्जा से चलेंगे किसानों की खेती में बढ़ावा होगा. गरीब किसान भी सिंचाई करते हुए अपने खेतों में अच्छी फसल पैदा कर सकेंगे.इस तरह के 17.5 लाख सिंचाई पंपों को सौर ऊर्जा से चलाने की व्यवस्था की जाएगी. इससे डीजल की खपत कम होगी.यह योजना किसानों को दो तरह से फायदा पहुंचाएगी. एक तो उन्हें मुफ्त में सिंचाई के लिए बिजली मिलेगी.इस योजना से मेगावाट अतिरिक्त बिजली का उत्पादन होगा.सौर ऊर्जा उपकरण स्थापित करने के लिए किसानों को केवल 10% राशि का भुगतान करना होगा.केंद्र सरकार किसानों को बैंक खाते में सब्सिडी की रकम देगी.सौर ऊर्जा के लिए प्लांट बंजर भूमि पर लगाये जायेंगे.कुसुम योजना में बैंक किसानों को लोन के रूप में 30% रकम देंगे.सरकार किसानों को सब्सिडी के रूप में सोलर पंप की कुल लागत का 60% रकम देगी.कुसुम पंप वितरण योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रियाकुसुम पंप वितरण योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन निम्न प्रकार से किया जा सकता है-सर्वप्रथम आवेदन के लिए ऑफिशल वेबसाइट https://kusum.online/ पर जाना होगा.
क्या है कुसुम योजना ? किसान इस योजना का लाभ कैसे लेंगे ? आइये जानते है
कुसुम योजना की मदद से किसान अपनी भूमि पर सोलर पैनल लगाकर इससे बनने वाली बिजली का उपयोग खेती के लिए कर सकते हैं.
Sourceदेशपत्र डेस्क