रांची/जमशेदपुर : कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व सांसद डॉ.अजय कुमार ने एक बयान जारी कर पत्रकार रूपेश सिंह का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि झारखंड में आदिवासियों के लिए आवाज उठाने वाले पत्रकार को भी केंद्र सरकार ने निशाना बनाया है। विदित हो कि रामगढ़ के रूपेश कुमार सिंह जासूसी सॉफ्टवेयर “पेगासस”की साजिश का शिकार हुए थे।
डॉ.अजय ने कहा कि रूपेश ने गिरिडीह में पारसनाथ पहाड़ पर गरीब आदिवासी मोतीलाल बास्के फर्जी मुठभेड़ के बारे में खुलकर लिखा था,जिसके कारण लोकसभा और राज्यसभा में सवाल उठने लगे थे। रूपेश की खबर पर झारखंड में भी बड़ा आंदोलन हुआ था। जिसके बाद रूपेश के फोन को सरकार ने निगरानी में रखा और फिर यूएपीए (देशद्रोही धारा) एक्ट के तहत उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
ज्ञात हो कि “द वायर” की रिपोर्ट के अनुसार 2017 में झारखंड पुलिस द्वारा एक निर्दोष आदिवासी की हत्या की सूचना देने के कुछ महीने बाद से ही रूपेश से संबंधित तीन फोन नंबर ‘जासूसी सॉफ्टवेयर’ के डेटाबेस में सामने आए थे.श।
डॉ.अजय ने कहा कि पत्रकारों का काम कभी भी आसान नहीं रहा है। सच्चाई को उजागर करते हुए पत्रकारों को विभिन्न चुनौतियों और दबावों से गुजरना पड़ता है।
डॉ. अजय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पत्रकार रूपेश को मानसिक प्रताड़नाओं के लिए 10 लाख के मुआवजे का भी अनुरोध किया।
वहीं, दूसरी ओर पत्रकार संगठन एआइएसएम- जेडब्लूए के बिहार/झारखंड और बंगाल प्रभारी प्रीतम सिंह भाटिया ने कहा है कि डॉ. अजय न सिर्फ राज्यहित में बल्कि पत्रकारहित में भी लगातार सरकार को सुझाव पत्र भेज रहे हैं। श्री भाटिया ने कहा कि झारखंड में शहीद 37 पत्रकार साथियों के मामले में अजय कुमार ने मुख्यमंत्री को फेसबुक,ट्वीटर और पत्राचार के माध्यम से फर्जी मुकदमों की जांच,बीमा और आश्रित को मुआवजा के साथ ही पत्रकार साथियों के निबंधन और मुख्यमंत्री के अधीन एक्रिडेशन कमिटी के पुनर्गठन कर प्रत्येक प्रमंडल से पत्रकार साथियों को स्थान देने का भी सुझाव दिया था।
एसोसिएशन के प्रदेश सह प्रभारी शंकर गुप्ता ने कहा कि डाॅ.अजय के विचार हमेशा पत्रकारहित में सकारात्मक रहें हैं, लेकिन उनके सुझावों पर अमल नहीं किया जाना दुखद है।
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रामप्रवेश सिंह ने कहा कि पत्रकारहित में डाॅ.अजय की पहल सराहनीय है। एसोसिएशन रूपेश सिंह के साथ खड़ा है और मीडिया की आवाज दबाने वालों का हम हमेशा विरोध करते रहेंगे। मीडिया और पत्रकार विरोधी कानूनों व व्यवस्था के खिलाफ एआइएसएम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन का आंदोलन जारी रहेगा।
जासूसी सॉफ्टवेयर के शिकार हुए रूपेश को मुआवजा दे सरकार : डॉ.अजय कुमार
पत्रकार हित में डाॅ.अजय के सुझावों पर संज्ञान लें सीएम : प्रीतम भाटिया
Sourceनवल किशोर सिंह