बख्तियारपुर : बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। 1967 में अस्तित्व में आई बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र जो पटना साहिब लोकसभा सीट का हिस्सा है। फिलहाल इस सीट पर बीजेपी का कब्ज़ा है। बीजेपी के रणविजय सिंह यादव उर्फ़ लल्लू मुखिया यहाँ से विधायक है। इन्होने पिछली बार राजद के पूर्व विधायक अनिरुद यादव को मात दी थी। इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के वर्तमान विधायक रणविजय सिंह यादव और राजद के पूर्व विधायक अनिरुद कुमार के बीच सीधी टक्कर है। मौजूदा वक्त में ये सीट भारतीय जनता पार्टी के पास है। इससे पहले भी ये सीट राष्ट्रीय जनता दल के पास थी। ऐसे में इस बार फिर कांटे की टक्कर की बात कही जा रही है।
कौन-कौन है मैदान में? राजद – अनिरुद्ध कुमार, बीजेपी – रणविजय सिंह, आरएलएसपी – विनोद यादव
कब होना है चुनाव? दूसरा चरण 3 नवंबर, नतीजा – दस नवंबर
बख्तियारपुर सीट का इतिहास विधानसभा चुनावों के शुरुआत यानी 1951 में ही बनी इस सीट पर पहले दो दशक सिर्फ कांग्रेस का ही कब्जा रहा। उसके बाद एक बार कांग्रेस को हार मिली, लेकिन फिर वापसी करने के बाद 1990 तक कब्जा जमाए रखा। हालांकि, तब से अबतक कांग्रेस यहां जीत हासिल नहीं कर पाई है और राजद-भाजपा में ये सीट घूमती रही है। पिछली बार भाजपा के रणविजय सिंह ने इस सीट से बाजी मार ली थी।
पटना जिले के बख्तियारपुर विधानसभा में पिछले चुनाव तक करीब ढाई लाख वोटर थे। इनमें 1.26 लाख पुरुष, 1.07 लाख महिलाएं वोटर हैं। इस क्षेत्र के अंदर खुसरूपुर, दनियावां और बख्तियारपुर जैसे ब्लॉक आते हैं, जहां ग्रामीण वोटरों का सबसे अधिक प्रभाव है। इस पूरे क्षेत्र में यादव वोटरों का दबदबा है, चाहे राजद हो या भाजपा हर किसी पार्टी की नज़र यादव वोटबैंक पर रहती है।
जातीय सीमकरण
बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र के अंदर खुसरूपुर, दनियावां और बख्तियारपुर ब्लॉक आते हैं, जहां ग्रामीण वोटरों का सबसे अधिक प्रभाव है। इस पूरे क्षेत्र में यादव वोटरों का दबदबा है। दोनों पार्टियों की नजर करीब 80 हजार के इस वोट बैंक पर रहती है। इसके साथ ही करीब 40 हजार राजपूत, 30 हजार भूमिहार, 20 हजार मुस्लिम, 15 हजार कुर्मी सहित वैश्य व अन्य अति पिछड़ा समुदाय के वोटर भी निर्णायक भूमिका में हैं।
कुल वोटरः 2.73 लाख
पुरुष वोटरः 1.42 लाख (52.29%)
महिला वोटरः 1.29 लाख (47.39%)
ट्रांसजेंडर वोटरः 7 (0.002%)
2015 में क्या रहा था नतीजा?
पिछले विधानसभा चुनाव में राजद-जदयू के साथ होने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट से बाजी मार ली थी। भाजपा के रणविजय सिंह यादव ने अपने प्रतिद्वंदी राजद के अनिरुद्ध कुमार को मात दी थी। अनिरुद्ध इस सीट से पहले चुनाव जीत चुके हैं। पिछले चुनाव में रणविजय सिंह यादव को 61 हजार से अधिक और अनिरुद्ध को 53 हजार के करीब ही वोट मिल पाए थे।
वर्तमान विधायक का रिपोर्ट कार्ड
बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र में लल्लू मुखिया के नाम से मशहूर रणविजय सिंह यादव ने 2015 विधानसभा चुनाव जीत कर हर किसी को हैरान कर दिया था। रणविजय सिंह यादव बख्तियापुर के ही टेकाबिघा गांव के रहने वाले हैं। पिछले चुनाव में भाजपा विनोद यादव का टिकट काटकर रणविजय को मौका दिया था, जिसके बाद काफी विवाद भी हुआ था। लेकिन उनकी जीत ने सबकुछ भूला दिया। रणविजय सिंह अपने क्षेत्र में अक्सर लोगों के कार्यक्रमों में शामिल होते रहते हैं, जिसके कारण स्थानीय विरोधियों ने उनका नाम ‘भोज वाले विधायक’ रखा है।