रांची : भाजपा सरकार लगातार गिरती अर्थव्यवस्था को स्वीकार करने से डरती है। यह बजट बिल्कुल लोकलुभावन है। इसमें बेरोजगारी कैसे दूर हो, देश आर्थिक मंदी से कैसे उबरे, कहीं बात नहीं कही गई, उक्त बातें आदित्य विक्रम जायसवाल ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कही। उन्होंने कहा कि रोजगार के लिए बजट में कुछ नहीं है। बेरोजगारी के लिए भाजपा के पास कोई हल नहीं है। किसान, मजदूर, युवा, छात्र एवं मध्यम वर्ग परिवार का कोई ध्यान नहीं रखा गया है। बजट खोखला है। पूरे देश के लोग परेशान हैं, केवल ध्यान को भटकाने जैसी बजट है। इस बजट में भाजपा के केन्द्र सरकार ने सुनहरा सपना दिखाने का काम किया है। बुनियादी उद्योग-धंधे के विकास में गिरावट गंभीर मुददा है।इससे निपटने के लिए कोई रूप-रेखा नहीं दी गई है।