रांची। आदिवासी छात्र संघ की एक आवश्यक बैठक शनिवार को केंद्रीय अध्यक्ष सुशील उरांव की अध्यक्षता में करमटोली में हुई। बैठक में सर्वप्रथम साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। संघ के सदस्यों ने दिवंगत रूपा तिर्की की मौत को संदिग्ध बताते हुए इसकी उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों की शिनाख्त करते हुए सख्त कार्रवाई करने की मांग की। बैठक में सभी ने कहा कि रूपा तिर्की मामले में जब तक न्याय नहीं होता है, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
संघ के केंद्रीय अध्यक्ष सुशील उरांव ने कहा कि रुपा तिर्की की मौत संदेहास्पद है। इस मामले में साहिबगंज पुलिस और राज्य सरकार की किसी भी जांच एजेंसी पर भरोसा नहीं रह गया है। आदिवासी छात्र संघ न्याय की लड़ाई के लिए संघर्षरत है।
बैठक में बेरोजगारी और नियुक्तियों के बारे में भी चर्चा की गई। श्री उरांव ने कहा कि विगत कई वर्षों से विभिन्न विभागों में नियुक्तियां नहीं की गई है। इससे आदिवासी समुदाय के शिक्षित युवाओं का हक मारा जा रहा है। कई वर्षों से कोई नियुक्त प्रक्रिया नहीं होने की वजह से हजारों झारखंडी छात्रों की उम्र सीमा समाप्त हो रही है। जिससे सभी का भविष्य अधर में लटका हुआ है।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान अन्य कार्य हो रहे हैं, लेकिन छात्रों और बेरोजगारों के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार बेरोजगार युवाओं की ओर भी थोड़ा ध्यान दे।
आरक्षित वर्ग के लाखों सीट बैकलॉग हैं। सरकार अविलंब बैकलॉग नियुक्ति निकालने की पहल करे।
बैठक में संघ के संयोजक जलेश्वर भगत, केंद्रीय मीडिया प्रभारी सुमित उरांव, रांची जिलाध्यक्ष प्रभात तिर्की, उपाध्यक्ष राजू उरांव, संजू उरांव, मांडर कॉलेज सचिव संदीप उरांव, जिला उपसचिव बलकिशून उरांव,जिला मीडिया प्रभारी सुनील उरांव,प्रवक्ता मंगल उरांव, नगड़ी प्रखंड अध्यक्ष विलियम उरांव, रातू प्रखंड अध्यक्ष रमेश मुंडा, रातू प्रखंड संयोजक दिलीप उरांव, रातू प्रखंड सचिव रोहित उरांव, ओरमांझी प्रखंड अध्यक्ष रोशन संघवार, मांडर कॉलेज उपसचिव शन्नी उरांव, संगम उरांव व अन्य उपस्थित थे।
रूपा तिर्की के परिजनों को न्याय मिलने तक जारी रहेगा संघर्ष : आदिवासी छात्र संघ
Sourceनवल किशोर सिंह