जमशेदपुर : शहर के प्रतिष्ठित होटल अलकोर में शहर के कुछ रईस जादे अपने शौक पूरा करने जुटे थे। बताया जा रहा है कि ये यहां सेविंग कराने स्पा में आए थे। अब छोटे दुकानदार लॉक डाउन का नियम तोड़ते हैं तो उन पर कई संगीन धाराओं के तहत केस दर्ज किया जाता है। उन्हें जेल भेजा जाता है,लेकिन नामी-गिरामी होटल लॉक डाउन के दौरान अपने ग्राहकों को भरपूर सेवा दे रहे हैं। सोचने वाली बात यह है की जमशेदपुर पुलिस द्वारा करीब 5 घंटे तक चले हाई प्रोफाइल मामले को थाने से ही रफा-दफा कर दिया गया। इस संबंध में थाना प्रभारी राजेश प्रकाश सिन्हा ने बताया कि गुप्त सूचना पर मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस टीम को वहां भेजा गया था। छापेमारी में वहां खाने-पीने की चीजें और पानी की बोतलें शराब के गिलास और चिप्स बरामद किये। थाना प्रभारी ने आशंका जताई है कि वहां कुछ लड़कियां भी थीं, जो फरार हो गईं।
इधर कदमा थाना क्षेत्र में फल के ठेले पर विश्व हिंदू परिषद का बैनर लगाकर फल बेच रहे लोगों को पुलिस ने विश्व हिंदू परिषद का फल दुकान लिखे बैनर को हटा दिया।तथा इन सभी दुकानदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया। ऐसे में दोनों मामलों को देखने के बाद जमशेदपुर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे है। पुलिस प्रशासन द्वारा फल बिक्रेता पर हुए इस कार्रवाई को लेकर भाजपा और विहिप के संगठनों में रोष है पुलिस प्रशासन की कार्रवाई की निंदा की गई है वहीं सोशल मीडिया पर भी दिन भर से लेकर टिप्पणी की जा रही है तथा इसे एकतरफा कार्रवाई बता कर प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल भी उठाए गए। कई जाने-माने लोग भी दुकानदारों के समर्थन में आए और टिप्पणी की कि क्या पुलिस अन्य संगठनों और समुदाय के बैनर हटाएगी।भाजपा तथा विहिप संगठनों ने सरकार से करवाई वापस लेने की मांग की।