पटना:
बिहार बोर्ड ने छात्रों को प्रमाण पत्र के लिए कार्यालय के चक्कर लगाने के मामले में बड़ी राहत दी है।पिछले 39 साल के सर्टिफिकेट को ऑनलाइन कर दिया गया है। अब छात्रों को अपने प्रमाण पात्रों के लिए कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। उन्हें घर बैठे ही सॉफ्ट कॉपी मिलेगी। बोर्ड के इस कदम के बाद बड़ी संख्या में छात्रों को राहत मिली है। अगर आपने बिहार बोर्ड से मैट्रिक या इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की है और मूल प्रमाण पत्र या अंक पत्र के लिए कार्यालय का दौड़ लगा रहे हैं तो आपके लिए यह राहत भरी खबर है।
39 साल के सभी सर्टिफिकेट ऑनलाइन किए गए
बिहार बोर्ड ने 39 साल के सभी सर्टिफिकेट को ऑनलाइन उपलब्ध कर दिया है। मैट्रिक और इंटर के पास हुए छात्र अगर अपना अंक पत्र या मूल प्रमाण पत्र दोबारा लेना चाहते हैं तो उसकी सॉफ्ट कॉपी आसानी से मिल जाएगी। इसके लिए आपको बिहार बोर्ड को बस घर बैठे एक ईमेल करना है। ई-मेल से आवेदन करने के कुछ ही देर में आपको सर्टिफिकेट मिल जाएगा।
2010 के पहले मैट्रिक और इंटर के प्रमाण पत्र डिजिटल नहीं थे
दरअसल, बिहार बोर्ड द्वारा पहले मैनुअल प्रमाण पत्र मिलता था। 2010 के पहले मैट्रिक और इंटर के प्रमाण पत्र डिजिटल नहीं थे। ऐसे में अब बिहार बोर्ड ने 1983 से लेकर अब तक के सभी प्रमाण पत्र को डिजिटल कर दिया है। पहले जरूरत पड़ने पर छात्र आवेदन देते थे और उसके बाद मूल प्रमाण पत्र या अंक पत्र ले पाते थे। इसमें काफी वक्त भी लगता था और आने-जाने का झंझट भी होता था। अब इस सुविधा से लाखों छात्रों को फायदा मिल सकेगा।
1983 के पहले वाले प्रमाण पत्र भी होंगे अपलोड
बताया जाता है कि अभी 1983 के पहले वाले सभी प्रमाण पत्रों को डिजिटल नहीं किया जा सका है। हालांकि उसे भी अपलोड करने का काम चल रहा है। प्रमाण पत्र के डिजिटल हो जाने से बिहार के बाहर रहने वाले छात्रों को आसानी से इसका फायदा मिलेगा। क्योंकि बिहार में रहने वाले छात्र आसानी से पटना आकर अपना प्रमाण पत्र ले लेते थे लेकिन बाहर रहने वाले छात्रों को समस्या होती थी। डिजिटल हो जाने के बाद अब काफी सहूलियत मिलने वाली है।
ऑफलाइन भी कर सकते हैं आवेदन
अगर आप चाहें तो सर्टिफिकेट के लिए ऑफलाइन भी आवेदन कर सकते है। आवेदन के लिए आपको पटना आने की भी जरूरत नहीं है। ऑफलाइन आवेदन नौ प्रमंडल में क्षेत्रीय कार्यालय के अलावा, दिल्ली क्षेत्रीय कार्यालय से किया जा सकता है।