रांची के धुर्वा डाकघर में जालसाज़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है। ग्राहकों का आरोप है कि पोस्ट ऑफिस में मौजूद उनके खाता से एजेंट ने लाखों रुपए उड़ा लिए हैं। पोस्ट ऑफिसकर्मी और एजेंट की मिलीभगत ने राशि की अवैध निकासी की बात सामने आई है। खाताधारक इस मामले में प्रशासन से मदद और दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
- पीड़ित नंबर 1 : राँची के धुरवा में एचईसी के सेवानिवृत्त कर्मी जगरोपन प्रसाद सिंह के पोस्ट ऑफिस में जमा की गई नौ लाख रुपए की रकम की अवैध निकासी कर ली गई है। पोस्ट ऑफिसकर्मी और एजेंट की मिलीभगत से राशि की अवैध निकासी की बात सामने आई है। इस संबंध में जगरोपन सिंह ने एजेंट संतोष कुमार सिंह और पोस्ट ऑफिस कर्मियों के खिलाफ धुर्वा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है।
थाने में दर्ज प्राथमिकी में जगरोपन ने कहा है कि धुर्वा स्थित डाकघर में उनका खाता चल रहा है। डाकघर स्थित खाते को जब उन्होंने अपडेट कराया तो विगत छह जून को उन्हें नया पासबुक जारी किया गया। नया पासबुक जारी होने के बाद उनके खाते में जमा राशि के एवज में कोई ब्याज का भुगतान नहीं किया गया। उन्हें ब्याज सिर्फ अप्रैल 2023 तक का ही जमा दिखाया गया। इसके बाद उन्होंने जब डिटेल लिया तो पता चला कि उनके खाते में सिर्फ 532 रुपए ही जमा हैं, जबकि उनके खाते में करीब नौ लाख रुपए जमा थे। उनका आरोप है कि उनके खाते से संतोष कुमार सिंह नामक व्यक्ति ने राशि की निकासी कर ली है। इसमें डाकघर कर्मियों की संलिप्तता शामिल है।
- पीड़ित नंबर 2 : धुर्वा के नागेंद्र कुमार ने बताया कि 2017 में वह जब रिटायर हुए तो उन्होंने धुर्वा डाकघर के अपने खाता में 15 लाख रुपए जमा किए थे। लेकिन जब वर्ष 2023 में उन्हें पैसे की आवश्यकता हुई और जब डाकख़ाने गया तो उन्होंने देखा कि उनका पैसा कहीं और ट्रांसफर हो गया है, जो अब तक उनके पास आया ही नहीं है।
- पीड़ित नंबर 3 : धुर्वा की नीलम ने भी अपने जीवन भर की जमा पूंजी, करीब 9 लाख रुपए पोस्ट ऑफिस में जमा किया था। पैसे की ज़रूरत पड़ने पर जब वह अपना पैसा निकालने गईं तो उन्होंने पाया कि उनके खाते में पैसे नहीं हैं। मार्च के महीने में ही किसी ने उनके पैसे की अवैध निकासी कर ली है।
- पीड़ित नंबर 4 : धुरवा की ही प्रियंका कुमारी के अकाउंट से भी उनके जमा पैसे को किसी ने अवैध तरीके से निकाल लिया।
और भी कई ग्राहक हैं जिनकी जानकारी सामने नहीं आ पाई है। धुर्वा थानेदार ने बताया कि लगभग आधा दर्जन से अधिक लोगों के करीब 50 लाख रुपए का गबन हुआ है।
पोस्ट ऑफिस के एजेंट और कर्मचारी की मिलीभगत:
ठगी के शिकार हुए लोगों ने बताया कि जब वह पोस्ट ऑफिस में अपना पैसा जमा करने आते थे, तो यहां के कर्मचारी और एक एजेंट के द्वारा पैसा दोगुना करने की बात कही जाती थी। एजेंट बताते थे कि अपने खाते को रिनुअल करा लें ताकि पोस्ट ऑफिस की नई योजनाओं का लाभ मिल सके। जब पोस्ट ऑफिस के अंदर ही एजेंट उन्हें यह सब बताते थे तो लोगों को किसी प्रकार का शक नहीं हुआ। इस तरह खाता धारक उनकी जलसाजी में आ गए।
जालसाज़ एजेंट की मौत हो चुकी है :
अकाउंट रिनुअल करने के लिए लोगों ने एजेंट के कहने पर एक हस्ताक्षर भी किया। लोगों को शक है कि उसी हस्ताक्षर का इस्तेमाल कर एजेंट और पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी ने उनके खाता से पैसे की निकासी कर ली। वहीं पीड़ितों ने बताया कि जो एक मुख्य एजेंट था, जिसने सभी लोगों को इस तरह फंसाया था, उसकी मौत हो चुकी है। ऐसे में अब लोग परेशान हैं, आखिर उनके जीवन भर की गाढ़ी कमाई का क्या होगा? क्या पोस्ट ऑफिस की तरफ से कोई कार्रवाई की जाएगी?
चार कर्मचारी हुए निलंबित:
जब इस मामले की शिकायत पोस्टमास्टर को की गई तो पोस्टमास्टर ने पूरे मामले में संज्ञान लिया गया है। पोस्टमास्टर ने चार कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए उसे निलंबित कर दिया गया। वहीं पीड़ितों ने अपनी परेशानी रांची सांसद संजय सेठ को भी मिलकर बताया। संजय सेठ ने आश्वासन देते हुए कहा है कि पूरे मामले पर वो डाक विभाग से बात करेंगे और सभी लोगों की गाढ़ी कमाई को वापस दिलाने की कोशिश करेंगे।