Thursday, May 2, 2024
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राँची आयुक्त छवि रंजन पर लगे घूस लेने के आरोप, आर्म्स लाइसेन्स के लिए 3.2 लाख लिए

आयुक्त से मिलने पर छवि रंजन ने आवेदक से कहा कि लाइसेंस ऐसे ही नहीं मिलता। लाइसेन्स के लिए पांच लाख रुपये खर्च लगते हैं।

राँची के आयुक्त पर आर्म्स लाइसेन्स के एक आवेदनकर्ता ने गंभीर आरोप लगाए हैं। आवेदक का नाम ओम प्रकाश शर्मा है जो राँची के अरगोड़ा में रहते हैं। ओम प्रकाश सरकारी विभाग में सप्लाई का काम करते हैं। आवेदक के अनुसार राँची के आयुक्त छवि रंजन ने उनसे आर्म्स लाइसेंस निर्गत करने के एवज़ में रिश्वत की माँग की थी। आयुक्त से मिलने पर छवि रंजन ने आवेदक से कहा कि लाइसेंस ऐसे ही नहीं मिलता। लाइसेन्स के लिए पांच लाख रुपये खर्च लगते हैं। रांची डीसी पर लगे ये आरोप काफी चौंकाने वाला है क्यूँकि राँची आयुक्त छवि रंजन अभी तक अपनी साफ़ सुथरे काम काज के लिए जाने जाते हैं। ऐसे आरोप निश्चित तौर पर उनके कार्यकलाप को संदेह के घेरे में लाएगा।

चेक से लिया गया 3 लाख 20 हज़ार

ओम प्रकाश ने अपने आवेदन में कहा है कि जब वे रांची DC से मिले तो उन्होंने बताया कि आर्म्स लाइसेंस लेने में पांच लाख तक का खर्च लगता है।पहले पाँच लाख खर्च करने को तैयार हो जाइए। फिर लाइसेन्स की प्रक्रिया के बारे में रांची DC ने कहा कि जाइए और आर्म्स मजिस्ट्रेट संजय प्रसाद जी से मिल लीजिए। वह सारी चीजें समझा देंगे। ओम प्रकाश जब संजय प्रसाद से मिले तो उन्होंने कहा कि दो चेक के माध्यम से पेमेंट करना होगा। उसके बाद डीसी छवि रंजन के गोपनीय शाखा में निश सेठी को बुलाया गया। निश सेठी ने ओम प्रकाश से कहा कि एक चेक अमेटी यूनिवर्सिटी झारखंड के नाम से बनेगा जो 1 लाख 30 हज़ार का होगा और दूसरा चेक क्राय चाइल्ड राइट्स एंड यू के नाम से बनेगा जो 1,90,200 का होगा ।

Ranchi Commissioner Chhavi Ranjan accused of taking bribe, took 3.2 lakhs for arms license

घूस देने बाद भी आर्म्स का लाइसेंस नहीं मिला

चेक में रक़म और ब्योरा डीसी कार्यालय के आम सेक्शन के प्रतीक पांडे ने भरा। उसके बाद क्राय चाइल्ड राइट्स एंड यू के बी हाजरा ने ओम प्रकाश को फ़ोन कर कहा कि अविनाश दुबे नाम का आदमी आपके पास जाएगा, आप उन्हें चेक दे दीजिएगा। अविनाश दुबे ओम् प्रकाश के पास आए और चेक लेकर चले गए। चेक देने के बाद ओम प्रकाश जब रांची आयुक्त, छवि रंजन से मिले तो उन्होंने कहा कि 31 मार्च के बाद आपका काम हो जाएगा।ओम प्रकाश के अनुसार राँची आयुक्त के द्वारा किए गए इस वादे का प्रमाण भी ओम प्रकाश के पास मौजूद है। लेकिन काफी दिन बीत जाने के बाद भी जब आर्म्स का लाइसेंस नहीं मिला तब जाकर ओम प्रकाश ने राँची के प्रमंडलीय आयुक्त, मुख्य सचिव झारखंड और गृह विभाग के सचिव से मामले की शिकायत की।

मामले को लेकर आवेदक ओम प्रकाश शर्मा ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत तमाम बड़े अधिकारियों को आवेदन दिया है और राँची के पूर्व आयुक्त के इस कारनामे से अवगत कराया है।

शिकायत के आलोक में अधिकारियों द्वारा रांची आयुक्त को लाइसेंस निर्गत करने का निर्देश दिया गया। लेकिन फिर भी रांची आयुक्त ने लाइसेंस निर्गत नहीं किया।आवेदक ने ज़िक्र किया है कि राँची आयुक्त उन्हें जान से मार देने और किसी मामले में फंसा देने की धमकी देने लगे। ओम प्रकाश शर्मा ने बताया है कि आयुक्त की इस धमकी के बाद आखिरकार वे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, गृह सचिव, मुख्य सचिव और डीजीपी को आवेदन देकर उचित कार्रवाई की मांग की।

वर्तमान आयुक्त नितिन मदन कुलकर्णी मामले की कर रहे हैं जांच

इसी आवेदन के आधार पर रांची के वर्तमान आयुक्त नितिन मदन कुलकर्णी पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। जांच के लिए वे शुक्रवार को रांची समाहरणालय गए तथा आर्म्स सेक्शन जाकर पड़ताल की। फिलहाल जांच चल रही है।

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