Saturday, May 11, 2024
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पारस एचईसी अस्पताल में दुर्लभ 2.5 किलो के ट्यूमर की हुई सफल सर्जरी 

फुटबॉल के आकार के ट्यूमर को पेट से निकाला गया। 1 लाख में से करीबन 2% लोगों को इस तरह का ट्यूमर होता है।

रांची:

राजधानी के धुर्वा स्थित पारस एचईसी अस्पताल ने स्वास्थ्य चिकित्सा के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। पारस एचईसी अस्पताल के योग्य डॉक्टरों की टीम ने बहुत ही दुर्लभ रेट्रोपेरिटोरियल लाइपोमा (retroperitoneal lipoma) की सर्जरी करने में सफलता हासिल की है। 

66 वर्षीय सबीना तिर्की के इस ट्यूमर की वजह पेट, किडनी और फेफड़ों  पर दबाव बढ़ा हुआ था जिस वजह से मरीज़ को उल्टियां हो रही थी और शौच करने में भी समस्या आ रही थी। फेफड़ो पर दबाव के कारण सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी। इन सभी कारणों की वजह से जल्द ही सर्जरी करने का निर्णय लिया गया। जिसके बाद सबीना के पेट से फुटबाल के आकार (20cm x30cm) का ट्यूमर निकाला गया। इस ट्यूमर का वजन 2.5 किलो से भी ज़्यादा का है। इस ट्यूमर को निकालने में डॉक्टरों की टीम को 3 घंटे का समय लगा। 

इस सर्जरी के बारे में बताते हुए डॉ (मेजर) रमेश दास, डायरेक्टर, जनरल सर्जरी, पारस एचईसी अस्पताल, रांची ने बताया कि, ” रेट्रोपेरिटोरियल ट्यूमर एक बेहद दुर्लभ ट्यूमर है जो कि 1लाख लोगों में से 2% से भी कम लोगों में होता है। इसका आकार काफी बड़ा होता है। पेट के पिछले हिस्से में होने की वजह से यह बेहद खतरनाक भी हो जाता है।”

रेट्रोपेरिटोरियल लाइपोमा  एक ट्यूमर होता है जिसको की वेनायल ट्यूमर बोलते है और ये बहुत सारे फैट सेल्स यानी चर्बी वाले सेल्स से मिलकर बनते है जिसे ट्यूमर ऑफ फैटी सेल्स बोलते है .

 इस सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम जनरल सर्जन डॉ. (मेजर) रमेश दास और डॉ. ओमप्रकाश ने दिया। साथ ही एनेस्थीसिया टीम से डॉ. शिव अक्षत और डॉ. प्रियंका शामिल रहे। मरीज सबीना तिर्की की जानकारी देते हुए डॉक्टरों ने बताया कि वे अब पूरी तरह स्वस्थ हैं और अस्पताल से सर्जरी के महज़ दो दिन बाद हाई छुट्टी दे दी गई है।

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