देशपत्र डेस्क
रांची। श्री कृष्ण प्रणामी सेवा समिति, रांची के तत्वावधान में बृहस्पतिवार को संत शिरोमणि स्वामी सदानंद महाराज के सानिध्य में होली मिलन महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। होली मिलन कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए गुरुजी सदानंद जी महाराज ने कहा कि अधर्म पर हर समय धर्म की जीत होती है। धर्म भले ही थोड़ा परेशान होता है लेकिन अंत में धर्म की ही जीत होती है गुरुजी ने आगे कहा कि हमारी संस्कृति पश्चिम सभ्यता की ओर जा रही है आज के हमारे बच्चे विदेशी रहन-सहन की ओर आकर्षित हो रहे हैं आज के समय में हमें बच्चों के बीच देशभक्ति का अलख जगाना चाहिए इसके बाद गुरुजी अंत में शिष्यों के साथ फूल अभी एवं रंगों की होली खेली एवं शिष्यों का आशीर्वाद दिया गुरु जी ने कहा कि होली का महत्व भक्त पहलाद के भक्ति के ऊपर आधारित है। भक्त पहलाद के पिता हिरण्यकश्यप भक्त प्रहलाद को अपनी पूजा करने के लिए कहा करता था। लेकिन पह्लाद श्री कृष्ण भक्ति में लीन थे। वह अपनी बहन के द्वारा होलिका की आग मे भक्त पह्लाद को मारना चाहता था। लेकिन उसकी बहन ही जलकर मर गई और भगवान ने भक्त प्रह्लाद को बचा लिया। इसलिए कहा गया है कि भक्ति से बड़ी कोई बड़ी कोई पूजा नहीं है। गुरु जी स्वामी सदानंद जी महाराज सुबह दस बजे सुंदरगढ़ से चलकर सड़क मार्ग द्वारा राजू अग्रवाल, डूंगरमल अग्रवाल, ओमप्रकाश सरावगी के साथ संध्या चार बजे रांची शिवगंज हरमू रोड स्थित सत्संग भवन पहुंचे। गुरु जी के सत्संग भवन पहुंचने पर भक्तों द्वारा गुरु जी का स्वागत किया गया। गुरु महाराज के शिवगंज स्थित सत्संग भवन पहुंचने पर 11 पुरोहितों के द्वारा शंख ध्वनि और मंत्रोच्चारण के साथ उनका स्वागत किया। उसके पश्चात गुरु महाराज सत्संग भवन पहुंचे। सत्संग भवन में संस्था के अध्यक्ष डुंगरमल अग्रवाल एवं विजय कुमार अग्रवाल द्वारा गुरु जी को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। संस्था के विजय जलान एवं निर्मल छावनीका ने गुरु जी को दुपट्टा पहन कर सम्मानित किया। उसके बाद गुरु जी के सानिध्य उनके शिष्यों ने 51 दीप जलाकर गुरु जी को जनसेवा के 50 स्वर्णिम वर्ष पूरे होने पर उनके शिष्यों के द्वारा बधाई दी गई। उसके उसके पश्चात गुरु जी के शिष्यों ने चंदन वंदन कर माला अर्पण कर गुरुजी का आशीर्वाद प्राप्त किया। गुरु जी श्री सदानंद जी महाराज ने सभी भक्तों के साथ फूलों की होली अबीर एवं रंगों की होली खेली। गुरु जी ने सभी शिष्यों के ऊपर फूलों की अबीर और रंगों की बरसात की और सभी को होली की बधाई दी। जनसेवा के स्वर्णिम 50 वर्ष पूरे होने पर गुरु जी रांची पहली बार आए थे। उनके शिष्यों का उत्साह देखने लायक था। पूरे सत्संग भवन को सदस्यों के द्वारा फूल और गुब्बारों से सजाया गया था। कार्यक्रम समापन के पश्चात गुरु जी ने सभी शिष्यों के बीच प्रसाद का वितरण किया एवं सभी शिष्यों को होली के अवसर पर ठण्डई का प्रसाद लेने का आग्रह किया। गुरू महाराज के आदेशानुसार सभी शिष्यों ने ठण्डई का प्रसाद प्राप्त किया। सभी सुन्दरसाथ के प्रसाद लेने के पश्चात गुरुजी महाराज प्रसाद लेकर रेल मार्ग के द्वारा पटना के लिए रवाना हो गए। कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के सह-संरक्षक बसंत कुमार गौतम, अध्यक्ष डूंगरमल अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल, निर्मल जालान, सचिव मनोज चौधरी, विजय अग्रवाल, नवल अग्रवाल प्रमोद सारस्वत , दिलीप अग्रवाल, सुरेश अग्रवाल, सुरेश चौधरी, सज्जन पाडिया, सुरेश भगत, चिरंजीलाल खंडेलवाल, पवन अग्रवाल, मोहनलाल खंडेलवाल, सुशील गाडोदिया, प्रभाष गोयल, निर्मल छावनीका, अरविंद अग्रवाल, पूरणमल सर्राफ, मनीष जालान, विशाल जालान एवं महिला समिति की विद्या देवी अग्रवाल, विमला जालान, शोभा जालान, मनीषा जालान, अमिता जालान, सुनीता अग्रवाल,सरिता अग्रवाल, पूनम अग्रवाल, ललिता पोद्दार, किरण पोद्दार, उषा मोदी, संतोष देवी अग्रवाल,चंदा देवी अग्रवाल उपस्थित थे।यह जानकारी संस्था के उपाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल ने दी।