पटना:
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर पटना ज़िले के बख़्तियारपुर स्थित “करनौती” ग्राम में वर्षों पुराने ऐतिहासिक एवं खूबसूरत “तेजाबाबा पोखर” का सौंदर्यीकरण प्रस्ताव पारित किया गया है। बीते माह मुख्यमंत्री करनौती ग्राम में अपने प्रिये गुरु श्री जगत नारायण सिंह के मृत्युपरांत उनके परिजनों से मुलाक़ात करने आए थे। इसी क्रम में करनौती गाँव के ही निवासी श्री सत्येंद्र भारती ( जिन्हें नीतीश कुमार युवाकाल से ही जानते हैं ) ने गाँव में स्थित ऐतिहासिक “तेजाबाबा पोखर” का ज़िक्र मुख्यमंत्री से किया । मुख्यमंत्री ने जब पोखर का भ्रमण किया तो काफ़ी ख़ुश हुए। पोखर के पश्चिमी तट पर स्थित शिव मंदिर में उन्होंने भगवान भोलेनाथ की पूजा की और सम्बंधित अधिकारियों को “जल जीवन हरियाली” के तहत सौंदर्यीकरण कराने का तत्काल निर्देश दिया।
अपने गुरुजनों का सम्मान करने को लेकर काफ़ी सजग रहते हैं। अपने विद्यार्थी जीवन में उन्होंने जितने भी गुरुजनों से पढ़ाई की,वे सबको याद रखे हैं। यह तो सभी जानते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के बख़्तियारपुर में अपना बचपन बिताया है। बख़्तियारपुर के ही श्री गणेश उच्च विद्यालय में शिक्षा ग्रहण किया और यहीं से राजनीति में अपना भविष्य बनाया।
आपको बता दें कि जिस समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बख़्तियारपुर के श्री गणेश उच्च विद्यालय में पढ़ाई कर रहे थे उस समय उस विद्यालय के प्रधानाचार्य थे श्री जगत नारायण सिंह। श्री जगत नारायण सिंह मूलतः (बख़्तियारपुर से महज़ 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित) करनौती ग्राम के रहने वाले थे। अभी हाल ही में 94 वर्ष की उम्र में दिनांक 18 नवम्बर 2021 को श्री जगत नारायण सिंह का देहावसान हो गया था। खबर सुनकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने गुरु के परिजनों से मिलने चले आए और उन्हें सांत्वना दी।
“तेजा बाबा धाम” के नाम से मशहूर यह पोखर का गौरवशाली इतिहास रहा है। ग्रामीणों के अनुसार गाँव के ही महान बलिदानी “श्री श्री तेजा बाबा” ने अपने दो पुत्रों का बलिदान कर अपने 12 बीघा ज़मीन पर इस पोखर/तालाब का निर्माण कराया था। पूरे पटना ज़िले में इतना खूबसूरत तालाब शायद ही किसी गाँव के बीच में हो।
हमारे संवाददाता अमित सिंह ने जब DM चंद्रशेखर सिंह से बात कि तो उन्होंने बताया कि : पोखर का सौंदर्यीकरण “जल जीवन हरियाली” योजना के तहत किया जाना है। पोखर के सौंदर्यीकरण के अंतर्गत पोखर पर रोशनी की समुचित व्यवस्था, वृक्षारोपण का कार्य, पर्यटकों के बैठने के लिए बेंच का निर्माण, पोखर के चारों तरफ़ सीढ़ी का निर्माण आदि शामिल है। सौंदर्यीकरण के लिए प्रस्ताव संबंधित विभाग ( लघु जल संसाधन विभाग) को भेज दिया गया है।विभाग द्वारा एक एस्टीमेट बनाकर टेंडर निकाला जाएगा। पोखर के सौंदर्यीकरण का कार्य आगामी फ़रवरी से शुरू जाने की संभावना है। आने वाले बरसात के पहले पोखर के सौंदर्यीकरण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।