- रांची। जिला में वन धन विकास केंद्रों के क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण हेतु जिला स्तरीय क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण समिति की बैठक आयोजित की गई। उपायुक्त छवि रंजन की अध्यक्षता में समाहरणालय ब्लॉक ए स्थित उपायुक्त सभागार में आयोजित बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी रांची, परियोजना निदेशक आईटीडीए, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, परियोजना कार्यक्रम पदाधिकारी जेएसएलपीएस, वरीय प्रोग्राम कार्यपालक ट्राईफेड रांची एवं प्रज्ञा केंद्र के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
बैठक में स्वयं सहायता समूह का गठन, स्वीकृत एवं संचालित वन धन विकास केंद्र की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उपायुक्त द्वारा वन धन विकास केन्द्र के महिला महिला किसानों को इमली और लाह के वैल्यू एडिशन के लिए ट्रेनिंग के करवाने का निदेश डीपीएम जेएसएलपीएस को दिया गया, ताकि इमली से बने उत्पादों को ट्राईफेड के सहयोग से बेचा जा सके।
उपायुक्त द्वारा डीपीएम जेएसएलपीएस को महिला किसानों को ट्रेनिंग प्रदान करने के लिए संस्था का चयन कर समय समय पर ट्रेनिंग दिलवाने का निदेश दिया गया। महिला किसानों के प्रशिक्षण के लिए मास्टर ट्रेनर का चयन करने का निदेश भी उपायुक्त द्वारा दिया गया जिसमें ट्राईफेड सहयोग करेगा।
वन धन विकास केंद्र, मिनिस्ट्री आॅफ ट्राइबल वेलफेयर, भारत सरकार की एक महत्वकांची परियोजना है। रांची जिला में वित्तीय वर्ष 2019-20 में एक वन धन विकास केन्द्र बुण्डू प्रखंड के लिटिनडीह ग्राम में शुरु हुआ है। इसमें 302 महिलाओं का समूह है, जिसमें 60 प्रतिशत से ज्यादा आदिवासी महिलाएं हैं।
वन धन विकास केंद्र मूल रूप से एनटीएफपी (नाॅन टिम्बर फाॅरेस्ट प्रोड्यूस) पर आधारित क्रियाकलाप करता है। बुण्डू में इमली और लाह पर काम हो रहा है। रांची जिला में नामकुम, इटकी, लापुंग, ओरमांझी, सिल्ली, राहे, सोनाहातू, तमाड़ और अनगड़ा में वीडीवीके बनाने का प्रस्ताव है, जिसका सर्वे का काम जारी है।