रांची : झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के छठे दिन शुक्रवार को बीजेपी विधायकों ने सदन के अंदर छठी जेपीएससी को रद्द करने और बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा देने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की। नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी को लेकर बवाल जारी रहा। शुक्रवार को सदन की कार्रवाई शुरू होते ही बीजेपी विधायक छठी जेपीएससी रद्द करने की मांग को लेकर वेल में घुस गए। इस पर स्पीकर ने कहा कि इस संबंध में मार्गदर्शन लेकर सरकार आगे बढ़ेगी। वहीं, बीजेपी विधायक जेपी पटेल ने सीट आवंटन को लेकर सवाल उठाया। इस बीच बीजेपी विधायकों का हंगामा जारी रहा।
- जनता के सवालों के साथ समझौता नहीं : स्पीकर सदन में हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने कहा कि जनता के सवालों के साथ समझौता नहीं हो सकता। इस बीच बीजेपी विधायक नारेबाजी करते रहे। स्पीकर ने कहा कि होली का समय है, दुश्मन भी गले मिलते हैं। प्रश्नकाल चलने दें। लेकिन उनकी बातों का भाजपा विधायकों पर कोई असर नहीं हुआ। विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के बीच स्पीकर ने अल्पसूचित और तारांकित प्रश्नोतरकाल लिए।
विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की के सवालों का संतोषप्रद जवाब सरकार द्वारा नहीं मिलने पर बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा कि तभी से मैं सुन रहा हूं कि सूची उपलब्ध नहीं है, दस्तावेज उपलब्ध नहीं है। ये घर का न्योता है कि भूल गए। सदन के अंदर मंत्रियों को तैयार होकर आना चाहिए। जगन्नाथ महतो नये हैं तो चलेगा, लेकिन बन्ना जी आप तो मंत्री रह चुके हैं। इस पर स्पीकर ने कहा कि सभी मंत्री तैयारी के साथ आएं। इसके बाद भी हंगामा जारी रहा। 11.42 बजे बीजेपी के विधायक दुबारा वेल में चले गए। 11-48 मिनट में स्पीकर ने हंगामा होता देख सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।