रांचीः शहर के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता गोपाल कृष्ण झा ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल के दौरान पत्रकारों की भी भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है। अपनी जान जोखिम में डालकर पत्रकार कोरोना से संबंधित खबरों का संकलन करते रहे हैं। इससे लोगों के बीच जागरूकता फैली और इसका लाभ आमजन को भी मिला। उन्होंने राज्य सरकार से अविलंब पत्रकारों को फ्रंटलाइन वारियर्स घोषित करते हुए समुचित सुविधाएं देने की मांग की है। श्री झा ने कोरोना संक्रमण संक्रमण काल के दौरान अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए दिवंगत हुए झारखंड के पत्रकारों को मुआवजा देने और उनके परिजनों को आर्थिक सहयोग देने का अनुरोध राज्य सरकार से किया है। उन्होंने कहा है कि पत्रकार विषम परिस्थितियों में समाचारों का संकलन करने में जुटे रहते हैं। खासकर कोरोना संक्रमण काल के दौरान पत्रकारों की भूमिका काफी सराहनीय रही है। इस दौरान कई पत्रकार साथी काल के गाल में समा गए। उनके परिजनों के समक्ष आर्थिक संकट गहरा गया है। ऐसे में सरकार को शहीद हुए पत्रकारों के परिजनों को समुचित मुआवजा देने की दिशा में सकारात्मक पहल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अन्य राज्य सरकारों ने पत्रकारों ही नहीं, कोरोना संक्रमण काल के दौरान मृत हाॅकरों, ठेला-खोमचे वाले को भी सहयोग की घोषणा की है। झारखंड सरकार को भी इस दिशा में पहल करने की जरूरत है। पत्रकारों को जल्द कोरोनायोद्धा घोषित करके उन्हें आर्थिक सहयोग की घोषणा की जाय।
उन्होंने कहा कि हाल ही कोरोना संक्रमण काल के दौरान अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करते हुए 30 से अधिक पत्रकार शहीद हुए हैं। कोरोना ने कुछ युवा और आर्थिक रूप से कमजोर पत्रकारों को भी लील लिया।
उन्होंने इस दिशा में एआइएसएम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के बिहार, झारखंड व बंगाल प्रदेश प्रभारी प्रीतम सिंह भाटिया के प्रयासों की सराहना की है। जिन्होंने पत्रकारों और उनके परिजनों की पीड़ा को मुख्यमंत्री तक पहुंचाते हुए इस संबंध में यथोचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि सभी पत्रकार संगठनों को इस दिशा में सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है। यह पूरी पत्रकार बिरादरी के लिए हितकर होगा।
पत्रकारों को भी कोरोना वाॅरियर्स घोषित करे सरकार : गोपाल कृष्ण झा
Sourceनवल किशोर सिंह